कानपुर, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । किसान मेले का किसानों की उन्नति में बड़ी भूमिका रहती है। ऐसे मेलों के आयोजन से किसान नई तकनीक से रुबरु होते हैं। किसान मेला कृषि का बड़ा कुम्भ है, जो कि किसानों को उन्नतशील बनाने में मददगार साबित होता है। इसीलिए हर वर्ष सीएसए किसान मेला का आयोजन कर किसानों को लाभान्वित करता आ रहा है और इसका हरित क्रांति में बहुत बड़ा योगदान है। यह बातें गुरुवार को सीएसए में आयोजित किसान मेला में उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद (उपकार) के महानिदेशक डॉक्टर संजय सिंह ने कही।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) दो दिवसीय अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी का आयोजन हो रहा है। गुरुवार को बतौर मुख्य अतिथि उपकार के महानिदेशक डॉक्टर संजय सिंह ने फीता काटकर शुभारम्भ किया। उन्होंने मेले में लगे सभी स्थलों का भ्रमण किया तथा स्टालों पर प्रदर्शित कृषि तकनीकियों का अवलोकन भी किया। इसके पूर्व उन्होंने प्रदेश के प्रगतिशील कृषकों को सम्मानित किया। डॉक्टर सिंह ने कहा कि इस विश्वविद्यालय द्वारा सरसों एवं अन्य फसलों की नई प्रजातियां विकसित की गई है। जो जलवायु अनुकूलन भी है, उन्होंने मक्का व आलू की खेती पर विशेष बल दिया।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर आनंद कुमार सिंह ने बताया कि देश की अर्थव्यवस्था में कृषि का बड़ा योगदान है। जलवायु परिवर्तन के हिसाब से जलवायु अनुकूलन प्रजातियों को अपनाएं, जिससे कृषकों की आय में वृद्धि हो सके। उन्होंने कृषि रसायनों के कम से कम प्रयोग पर बल दिया, जिससे कृषि उत्पादन की गुणवत्ता बरकरार बनी रहे। इस अवसर पर प्रसार निदेशालय द्वारा लिखित पुस्तकों का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय परिसर में स्थित प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को किट देकर पुरस्कृत भी किया गया। इस दौरान निदेशक प्रसार डॉ आर.के. यादव, डॉ. वी के कनौजिया, डॉ अरविंद कुमार, डॉ. सी एल मौर्य, डॉ. विजय कुमार यादव, डॉ. पी के उपाध्याय, डॉ. मुक्ता गर्ग एवं कृषक समिति के अध्यक्ष बाबू सिंह सहित सभी कृषि विज्ञान केंद्रों के अध्यक्ष/वैज्ञानिक तथा प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए पांच हजार से अधिक किसान उपस्थित रहे।
—————
(Udaipur Kiran) / अजय सिंह