कानपुर, 20 दिसंबर (Udaipur Kiran) । आईआईटी कानपुर द्वारा स्थापित टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब इंटरडिसिप्लिनरी साइबर-फिजिकल सिस्टम्स पर आधारित C3iHub साइबर प्रणालियों को सुरक्षा प्रदान करने वाली टेक्नोलॉजी का प्रचार प्रसार करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित होने जा रहा है। इस कार्यक्रम में साइबर से जुड़ी नयी तकनीकों सुरक्षा और इसमें होने वाली समस्याओं के समाधान को लेकर चर्चा की जाएगी। इसमें देश और विदेश के डिजिटल फारेंसिक विशेषज्ञ भाग लेंगे।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर का साइबर सिक्योरिटी टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब C3iHub अमेरिका के तुलसा विश्वविद्यालय के सहयोग से डिजिटल फोरेंसिक पर 21वें वार्षिक IFIP WG 11.9 अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन करने जा रहा है। दो दिवसीय होने वाले इस कार्यक्रम की शुरुआत 6 जनवरी 7 से जनवरी तक राजधानी दिल्ली के एक होटल में होगी। जिसमें डिजिटल फोरेंसिक के क्षेत्र के प्रमुख विशेषज्ञ और शोधकर्ता फोरेंसिक प्रयोगशालाओं सहित विभिन्न जांच एजेंसियों के प्रमुख व्यक्तियों के साथ शिक्षाविद, शोधकर्ता, कानून प्रवर्तन कर्मी, सरकारी अधिकारी व अमेरिका, हांगकांग और ऑस्ट्रेलिया सहित कई देशों के प्रतिभागी भाग लेंगे।
मीडिया प्रभारी रुचा खेडेकर ने शुक्रवार को बताया कि इस दो दिवसीय सम्मेलन में कुल छह सत्र होंगे। जिसके दौरान डीपफेक, डिजिटल फोरेंसिक मॉडल, डिजिटल फोरेंसिक टूल्स और तकनीक, क्लाउड फोरेंसिक, मोबाइल और एम्बेडेड डिवाइस फोरेंसिक और औद्योगिक नियंत्रण प्रणाली और फोरेंसिक जैसे विषयों पर 13 शोध पत्र पेश किए जाएंगे। इसमें दो प्रमुख विषयों पर व्यावहारिक पैनल चर्चा साइबर सुरक्षा पारिस्थितिकी तंत्र और कानून, विनियमन और डिजिटल फोरेंसिक के लिए सरकारी पहल और नीतियां भी शामिल होगी। जिनमें भारत सरकार के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय में राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा समन्वयक लेफ्टिनेंट जनरल एम. उन्नीकृष्णन नायर डिजिटल फोरेंसिक उभरती प्रौद्योगिकियों के कारण उत्पन्न चुनौतियां विषय पर और भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के निदेशक और वैज्ञानिक एफ डॉ. गौरव गुप्ता विकसित डिजिटल फोरेंसिक इकोसिस्टम विषय पर व्याख्यान देंगे।
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(Udaipur Kiran) / Rohit Kashyap