कानपुर, 16 जुलाई (Udaipur Kiran) । पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बारिश के साथ नरौरा और हरिद्वार के बांधों से लगातार छोड़े जा रहे लाखों क्यूसेक पानी से कानपुर में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। मंगलवार को गंगा बैराज पर गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु को पार कर गया। हालांकि वह अभी खतरे के निशान से अभी भी 51 सेमी.नीचे बह रहा है। ऐसे में प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है और घाटों पर पुलिस का पहरा लगा दिया गया है। इसके साथ ही बाढ़ प्रभावित गांवों में भी लोगों को सजग किया जा चुका है।
एसीपी कर्नलगंज एसीपी महेश कुमार ने मंगलवार को बताया कि कर्नलगंज सर्किल के नवाबगंज, कोहना और ग्वालटोली थाना क्षेत्र के 15 गांव में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। पूरे शहर की बात करें तो 40 से ज्यादा गांवों में मुश्किलें बढ़ सकती हैं। लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए पुलिस और जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। गंगा में नहाने पर रोक लगाने के लिए घाटों पर निगरानी बढ़ाई जा रही है। बैरिकेडिंग करने के साथ ही चौकी प्रभारी व दो प्रशिक्षु दरोगाओं के साथ टीम को लगाया है। गंगा में नहाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। रोक के बाद भी अगर कोई बैराज या अन्य जगह नहाते देखा गया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही चैनपुरवा, धारमखेड़ा, डिवनीपुरवा, सुखनीपुरवा, नत्थापुरवा आदि गांवों में बाढ़ के आने का सबसे अधिक खतरा माना जा रहा है। इसे देखते हुए वहां के लोगों को सतर्क कर दिया गया है और प्रशासन पूरी तरह से बाढ़ पर नजर रखे हुए है।
(Udaipur Kiran) / अजय सिंह / दीपक वरुण / Siyaram Pandey