धर्मशाला, 11 अप्रैल (Udaipur Kiran) ।
कांगड़ा जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए वर्तमान सरकार तत्परता के साथ कार्य कर रही है। सरकारी क्षेत्र में उत्कृष्ट शैक्षणिक संस्थान तैयार करने के मुख्यमंत्री के विजन पर कांगड़ा जिला के लिए पहले चरण में आठ डे बोर्डिंग स्कूल स्वीकृत किए गए हैं जिनमें से छह डे बोर्डिंग स्कूल की आधाशिला रखी जा चुकी है जबकि दो स्कूलों में कार्य आरंभ भी हो चुका है। इसके अतिरिक्त शाहपुर के रैत तथा जसवां प्रागपुर में भी डे बोर्डिंग स्कूल खोलना प्रस्तावित है। शिक्षा विभाग के मुताबिक ज्वाली के ठंगड़, जयसिंहपुर के सोलबनेड़, पालमपुर के कमलेहड़, नगरोटा बगबां के रणहूं, फतेहपुर के मंझार, ज्वालामुखी के लाहड़ू में बोर्डिंग स्कूल की आधारशिला रखी जा चुकी है जबकि पालमपुर तथा ज्वालामुखी में इस दिशा में कार्य भी आरंभ हो चुका है।
बता दें, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी मॉडल डे बोर्डिंग स्कूल बनाने की घोषणा की है। इसे लेकर पहले चरण में प्रदेश में 15 विधानसभा क्षेत्रों में यह स्कूल बनाने को मंजूरी दी गयी थी।
पहले चरण में यहां खुलेंगे बोर्डिंग स्कूल
पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष (केबिनेट रैंक) एवं नगरोटा बगवां के विधायक आर.एस. बाली उपमुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया ने कांगड़ा जिले को 8 स्कूलों के उपहार के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार जताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के विजन से कांगड़ा जिला चहुंमुखी विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है। ये स्कूल कांगड़ा में शिक्षा के मूलभूत ढांचे को और सुदृढ़ करने के साथ सांस्कृतिक, पुरातन, आधुनिक और तकनीकी नवाचार साथ समग्र शिक्षा का केंद्र बनेंगे।
’ज्ञान पटल पर चमकेगा हिमाचल’
विधायक आशीष बुटेल, विधायक संजय रत्न ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार जताते हुए कहा कि हिमाचल का भविष्य शिक्षा से ही उज्ज्वल होगा। इसके लिए प्रदेश में खोले जा रहे राजीव गांधी राजकीय मॉडल डे बोर्डिंग स्कूल महात्वपूर्ण होंगे तथा राज्य को ज्ञान पटल पर नए आयाम के साथ स्थापित करेंगे।
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांगड़ा के लिए जो घोषणाएं की हैं, उन कार्यों को प्राथमिकता पर किया जा रहा है।
बता दें कांगड़ा जिला प्रशासन की तेज रफ्तारी से डे बोर्डिंग स्कूलों के लिए लैंड ट्रांसफर में सबसे आगे रहा है। उन्होंने कहा कि डे बोर्डिंग स्कूल ग्रामीण तथा निर्धन बच्चों के सर्वांगीण विकास में अहम भूमिका का निर्वहन सुनिश्चित करेंगे। डे बोडिंग स्कूल में अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होने से ग्रामीण प्रतिभाओं को भी आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया
