Uttar Pradesh

कजली महोत्सव: बरसे कारी रे बदरिया मोर चुनरिया भीजी जाए…

कजली महोत्सव में गीत प्रस्तुत करती गायिका

मीरजापुर, 22 अगस्त (Udaipur Kiran) । संस्कार भारती एवं लायंस क्लब की ओर से कजली महोत्सव लालडिग्गी स्थित लायंस स्कूल के सभागार में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष श्याम सुंदर केसरी, विशिष्ट अतिथि कजरी संरक्षक विश्वनाथ अग्रवाल व संस्कार भारती काशी प्रांत अध्यक्ष डॉ गणेश प्रसाद अवस्थी रहे।

मुख्य अतिथि कहा कि नई पीढ़ी को सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने एवं धरोहर को सुरक्षित रखने की जरूरत है। केबीपीजी कालेज की प्रो. नम्रता मिश्रा को सम्मानित किया गया। संस्कार भारती मीरजापुर की जिलाध्यक्ष पद्मश्री उर्मिला श्रीवास्तव ने सभी नगर वासियों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कजरी के विकास एवं संवर्धन के लिए नई पीढ़ी के गायकों एवं कजरी लेखकों को इस दिशा में और आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।

डॉ गणेश प्रसाद अवस्थी ने संस्कार भारती के कार्यों पर प्रकाश डालते हुए सनातन धर्म एवं संस्कृति की रक्षा के लिए जनमानस का आवाहन किया। वाराणसी की सुचारिता गुप्ता ने कहा कि कजली में सिर्फ श्रृंगार, विरह, वियोग, वर्षा ऋतु का वर्णन ही नहीं है, बल्कि स्वतंत्रता संग्राम में भी कजरी का योगदान रहा है। उन्होंने ‘नागर नैया जाला, काले पनिया रे हरी‘ सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

केबीपीजी कालेज की प्रो. नम्रता मिश्रा ने ‘बरसन लागी बदरिया झूम झूम के…‘ और अपने पिता छन्नूलाल महाराजजी की प्रिय कजरी ‘बरसे कारी रे बदरिया मोर चुनरिया भीजी जाए…‘ सुनाया। गायक सुरेश मौर्य ने रिमझिम बारिश की याद दिलाते हुए हरे रामा रिमझिम बरसे बदरिया, रस घोले कजरिया ना, रामनारायण यादव ने ग्रामीण क्षेत्र की स्थिति का वर्णन करते हुए चारों ओर चुए हमारी मडैया ना… सुनाया।

लोकगीत गायिका रेखा गौड ने बारहमासी प्रस्तुत करते हुए गोरिया ‘कहे बलम बरखा में ऊंची अटरिया चाही ना…‘ सुनाया। डैफोडिल्स पब्लिक स्कूल के बच्चों ने भी सराहनीय प्रस्तुति कर लोगों का मन मोह लिया। संचालन शिवराम शर्मा ने किया। गायक उषा गुप्ता, रागिनी चंद्रा, शैला श्रीवास्तव, भारती यादव, प्रकाशचंद्र राय, विद्यासागर प्रेमी ने भी अपने गीतों से दर्शकों का मनोरंजन किया।

(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा / मोहित वर्मा

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