
कैथल, 7 मार्च (Udaipur Kiran) । हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन कैथल डिपो कार्यकारणी की मीटिंग डिपो प्रधान अमित कूंडु की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में डिपो प्रधान अमित कुमार कूंडु ,सचिव कृष्णा गुलियाना, उप प्रधान सुरेश मराठा, कैशियर विक्रम गुहणा, सह सचिव अमित विज, ऑडिटर शमशेर सिंह को नियुक्त किया गया। मीटिंग में राज्य प्रधान नरेंद्र दिनोद व महासचिव सुमेर सिवाच ने रोडवेज कर्मचारियों की मानी गई मांगों को लागू न करने पर वादा खिलाफी व विभाग का निजीकरण करके प्राईवेट हाथों मे देने का आरोप लगाया और चिंता व्यक्त करते करते हुए कहा कि पूरे हरियाणा प्रदेश के परिवहन विभाग में मात्र दो हजार नियमित कर्मशाला कर्मचारी बचे है। अगर सरकार विभाग में 10 हजार सरकारी बसें शामिल करती है तो एचआर ई सी के कर्मचारियों बॉडी बनाने का काम मिलता और 60 हजार बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा।
विभाग में जहाँ बसें कम हुई है व कर्मशाला में कलपुर्जे व टायर भी नहीं आंएगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार राज्य परिवहन रोडवेज का निजीकरण कर जनसेवा के विभाग को बर्बाद करना चाहती है। सरकार रोडवेज में 362 रूटों पर 3658 प्राइवेट परमिट देकर प्राइवेट इलेक्ट्रिक बसें लाकर निजीकरण करने की योजना बना रही।
डिपो प्रधान कुंडू डिपो सचिव ने बताया कि कर्मचारियों को सुविधाएं देने की बजाय ओवर टाइम में कटौती कर जले पर नमक छिडक़ने का काम किया है। हरियाणा रोडवेज के चालक परिचालकों को लगभग 16 महीने से रात्रि ठहराव का भुगतान नहीं किया जा रहा, दिन प्रतिदिन किलोमीटर बढ़ा कर डयूटी करने का दबाव बनाया जा रहा है, चालक परिचालक व लिपिक और कर्मचारियों के वेतन विसंगति लंबे समय से लटक रही है। उन्होंने कहा कि आठ मार्च को हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के आहवान पर रोहतक कर्मचारी भवन सुखपुरा चौक में राज्य स्तरीय कन्वेंशन में रोडवेज के सैकड़ों कर्मचारी भाग लेकर आने वाले समय के लिए बड़े आंदोलन की घोषणा करेंगे।
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(Udaipur Kiran) / मनोज वर्मा
