
सोनीपत, 11 अप्रैल (Udaipur Kiran) । समाज में व्याप्त कुरीतियों को जड़ से उखाड़ने और शोषित-वंचित
वर्गों के उत्थान के लिए महात्मा ज्योतिबा फूले ने जो अग्रणी भूमिका निभाई, वह आज भी
प्रेरणा का स्रोत है। नई सब्जी मंडी चौक पर शुक्रवार को आयोजित समारोह में नगर निगम
के महापौर राजीव जैन ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर
पर उन्होंने युवाओं से फूले के आदर्शों का अनुकरण कर राष्ट्र निर्माण में योगदान देने
का आह्वान किया।
महापौर जैन ने कहा कि महात्मा फूले का जीवन समाज सेवा का अनुपम
उदाहरण है। उन्होंने महिलाओं, किसानों और श्रमिकों के अधिकारों के लिए आजीवन संघर्ष
किया। उस दौर में जब महिलाओं को शिक्षा से वंचित रखा जाता था, फूले ने न केवल इस कुरीति
के खिलाफ आवाज उठाई, बल्कि अपनी पत्नी सावित्रीबाई फूले को शिक्षित कर उन्हें महिलाओं
की शिक्षा का माध्यम बनाया। उनका मानना था कि मातृशक्ति को शिक्षित किए बिना समाज और
राष्ट्र की प्रगति असंभव है।
महात्मा फूले ने शोषित और वंचित वर्गों को उनके अधिकारों के
प्रति जागरूक करने के लिए अथक प्रयास किए। उन्होंने शिक्षा को समाज के उत्थान का मूलमंत्र
बताया और इसे हर वर्ग तक पहुंचाने का संकल्प लिया। किसानों और श्रमिकों को संगठित कर
उनके जीवन को समृद्ध बनाने में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। शिक्षा समाज की प्राथमिक
आवश्यकता है। युवाओं से महापुरुषों की जयंतियों को उत्सव के रूप में मनाने और उनके
जीवन से प्रेरणा लेने की अपील की। इस अवसर पर पार्षद हरिप्रकाश सैनी, मुकेश सैनी सहित
अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
