Madhya Pradesh

दिव्यांगता जीवन में आगे बढने में बाधक नहीं बन सकती; जस्टिस रघुवंशी

झाबुआ, 6 दिसंबर (Udaipur Kiran) । दिव्यांग जन मानसिक रूप से द्रढ़ होते हैं, इसलिए विषम सांसारिक परिस्थितियां भी उन्हें विचलित नहीं कर पाती हैं। वस्तुत: दिव्यांगता जीवन में आगे बढ़ने में कभी बाधक नहीं बन सकती है। उक्त विचार जस्टिस विवेक सिंह रघुवंशी द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा शुक्रवार को जिला मुख्यालय के विकलांग पुनर्वास केन्द्र में आयोजित दिव्यांग बालकों के बीच विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर के आयोजन की अध्यक्षता करते हुए अपने उद्बोधन में व्यक्त किए गए।

विशेष न्यायाधीश विवेक सिंह रघुवंशी ने दिव्यांग बालकों को संबोधित करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि दिव्यांगजन सांसारिक परिस्थितियों से विचलित नहीं होते हैं, उनकी मानसिक दृढ़ता बहुत अच्छी होती है, और वह समाज के क्रियाकलापों में भी उसी प्रकार अपनी हिस्सेदारी कर सकते हैं जैसे आम और सामान्यजन करते हैं।

शिविर में अपने विचार व्यक्त करते हुए सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झाबुआ, हेमंत सिंह ने कहा कि दिव्यांगजन व्यक्तियों को वही अधिकार प्राप्त है जो किसी सामान्य व्यक्ति को प्राप्त होते हैं। प्रत्येक सामान्य व्यक्ति को दिव्यांगजन के अधिकारों को सुनिश्चित करने का प्रयास करना चाहिए और उनके प्रति इस प्रकार व्यवहार करना चाहिए जैसा एक सामान्य मनुष्य के साथ किया जाता है। उन्होंने कहा कि किसी भी कानूनी मदद की दशा में दिव्यांगजन नालसा हेल्पलाइन 1500 पर संपर्क कर सकते हैं।

कार्यक्रम के दौरान, समन्वयक विकलांग पुनर्वास केंद्र झाबुआ शैलेन्द्र राठौर, जिला विधिक सहायता अधिकारी सागर अग्रवाल, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पदाधिकारी, विकलांग केन्द्र के शिक्षक गण एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।

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(Udaipur Kiran) / उमेश चंद्र शर्मा

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