RAJASTHAN

जवाहर कला केंद्र में जूनियर समर कैंप का शुभारंभ

जवाहर कला केंद्र में जूनियर समर कैंप का शुभारंभ
जवाहर कला केंद्र में जूनियर समर कैंप का शुभारंभ

जयपुर, 16 मई (Udaipur Kiran) । जवाहर कला केंद्र की ओर से ग्रीष्मकालीन अवकाश के अवसर पर जूनियर समर कैंप का शुभारंभ शुक्रवार को हुआ। इस बार कैंप में 400 से अधिक बच्चों ने भाग लिया है।

केंद्र की अतिरिक्त महानिदेशक अलका मीणा ने कैम्प का उद्घाटन किया। उन्होंने कैनवास पर रंगों से ‘लेट्स लर्न एंड हैव फन’ लिखकर बच्चों को मिलकर सीखने और पूरे उत्साह के साथ आनंद लेने का संदेश दिया। बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस कैंप का बच्चे पूरे साल इंतज़ार करते हैं क्योंकि यह उनकी दैनिक दिनचर्या में थोड़ा आनंद भर देता है। कैंप में विभिन्न कलात्मक गतिविधियों को सीखने से वह स्क्रीन से भी दूर रहते हैं और अपने अंदर छिपे हुनर को निखारने में वह सफल होते हैं। यहां संगीत एवं नृत्य विधा के अंतर्गत गायन, बांसुरी, तबला, सिंथेसाईज़र, तबला, राजस्थानी लोक नृत्य यथा घूमर, चरी, तेरहताली, कथक नृत्य और कंटेम्पररी डांस, दृश्य कला से जुड़ी विधाओं में फड़ चित्रण, फोटोग्राफी, पोर्ट्रेट मेकिंग, कैलीग्राफी और साहित्यिक विधाओं में स्टोरी ट्री एवं विजुअल स्टोरी टेलिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 8 से 17 वर्ष के 400 से अधिक बच्चे कैम्प में हिस्सा ले रहे हैं। कैम्प 20 जून तक जारी रहेगा, अंत में प्रतिभागियों की मंचीय प्रस्तुति भी होगी।

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(Udaipur Kiran)

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जवाहर कला केंद्र में जूनियर समर कैंप का शुभारंभ

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जवाहर कला केंद्र में जूनियर समर कैंप का शुभारंभ

जयपुर, 16 मई (Udaipur Kiran) । जवाहर कला केंद्र की ओर से ग्रीष्मकालीन अवकाश के अवसर पर जूनियर समर कैंप का शुभारंभ शुक्रवार को हुआ। इस बार कैंप में 400 से अधिक बच्चों ने भाग लिया है।

केंद्र की अतिरिक्त महानिदेशक अलका मीणा ने कैम्प का उद्घाटन किया। उन्होंने कैनवास पर रंगों से ‘लेट्स लर्न एंड हैव फन’ लिखकर बच्चों को मिलकर सीखने और पूरे उत्साह के साथ आनंद लेने का संदेश दिया। बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस कैंप का बच्चे पूरे साल इंतज़ार करते हैं क्योंकि यह उनकी दैनिक दिनचर्या में थोड़ा आनंद भर देता है। कैंप में विभिन्न कलात्मक गतिविधियों को सीखने से वह स्क्रीन से भी दूर रहते हैं और अपने अंदर छिपे हुनर को निखारने में वह सफल होते हैं। यहां संगीत एवं नृत्य विधा के अंतर्गत गायन, बांसुरी, तबला, सिंथेसाईज़र, तबला, राजस्थानी लोक नृत्य यथा घूमर, चरी, तेरहताली, कथक नृत्य और कंटेम्पररी डांस, दृश्य कला से जुड़ी विधाओं में फड़ चित्रण, फोटोग्राफी, पोर्ट्रेट मेकिंग, कैलीग्राफी और साहित्यिक विधाओं में स्टोरी ट्री एवं विजुअल स्टोरी टेलिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 8 से 17 वर्ष के 400 से अधिक बच्चे कैम्प में हिस्सा ले रहे हैं। कैम्प 20 जून तक जारी रहेगा, अंत में प्रतिभागियों की मंचीय प्रस्तुति भी होगी।

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(Udaipur Kiran)

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