कोलकाता, 10 सितंबर (Udaipur Kiran) । पांच सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे जूनियर डॉक्टर मंगलवार रात तक स्वास्थ्य भवन के पास बैठे हैं। हालांकि, उन्हें स्वास्थ्य सचिव की ओर से बातचीत के लिए मेल प्राप्त हुआ है। डॉक्टरों ने इसे अपमानजनक बताया है। मेल में कहा गया है कि 10 से कम प्रतिनिधियों के एक दल को बातचीत के लिए नवान्न आने की अनुमति दी जाएगी। डॉक्टर इस मेल को सकारात्मक संदेश के रूप में नहीं देख रहे हैं और इसका कड़ा विरोध किया है।
डॉक्टरों का कहना है कि उन्होंने सरकार से कई बार अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया की उम्मीद जताई थी लेकिन स्वास्थ्य सचिव की ओर से मिले इस मेल को वे किसी भी प्रकार का सकारात्मक कदम नहीं मानते। डॉक्टरों का आरोप है कि सरकार की ओर से नवान्न से किसी तरह का आधिकारिक निमंत्रण या मेल उन्हें बातचीत के लिए नहीं भेजा गया है। उनका मानना है कि अगर सरकार सच में बातचीत करना चाहती, तो वह उनके साथ और लचीले तरीके से संवाद स्थापित करती।
जूनियर डॉक्टरों ने आगे कहा कि 10 से कम प्रतिनिधियों के दल को बातचीत के लिए बुलाना उनके प्रति अपमानजनक है। उनके अनुसार, हर कॉलेज से प्रतिनिधियों का दल बातचीत में शामिल होना चाहिए, और वे इसके लिए तैयार हैं। लेकिन केवल 10 प्रतिनिधि भेजने के प्रस्ताव को वे स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इस मेल के जरिए उनके आंदोलन की भावना को ठेस पहुंचाई गई है और वे इस अपमानजनक मेल को खारिज करते हैं।
इसके अलावा, डॉक्टरों ने यह भी स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य सचिव के मेल को किसी भी रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा। यदि सरकार की ओर से कोई स्पष्ट और आवश्यक संदेश नहीं आता, तो वे बातचीत में शामिल नहीं होंगे। साथ ही, यदि भविष्य में बातचीत होती है, तो सभी प्रतिनिधियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जानी चाहिए, न कि केवल कुछ चुनिंदा सदस्यों की।
सचिवालय में इंतजार कर रही हैं मुख्यमंत्री ममता
इधर सूत्रों ने बताया है कि डॉक्टरों को मेल करने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सचिवालय में बैठी रहीं। वह डॉक्टरों का इंतजार कर रही थीं ताकि वह आए और बातचीत हो। लेकिन खबर है कि जब डॉक्टरों ने स्पष्ट कर दिया कि वे बातचीत के लिए नहीं जाएंगे तो मुख्यमंत्री अपने आवास के लिए रवाना हो गई हैं।
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(Udaipur Kiran) / ओम पराशर