कानपुर, 24 जुलाई (Udaipur Kiran) । पत्रकारिता और जनसंचार के क्षेत्र में कदम रखने के लिए यह समय अत्यंत महत्वपूर्ण है, और हमें उम्मीद है कि आप विश्वविद्यालय से श्रेष्ठतम शिक्षा और अनुभव प्राप्त करेंगे। आप सभी यहां जीवन के एक महत्वपूर्ण पड़ाव पर हैं, क्योंकि पत्रकारिता एक जीवंत विधा है जो समाज को जागृत करने का कार्य करती है। यह बातें बुधवार को सीएसजेएमयू के प्रति कुलपति डॉ. सुधीर कुमार अवस्थी ने कही।
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में बुधवार को ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस माैके पर प्रति कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी ने कहा कि यह एक ऐसी विधा है जिसमें सेवा और रोजगार के बराबर अवसर उपलब्ध हैं। जरूरत छात्रों को मानवीय बनने और समाज को समझने की है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें आप अपने जीवन और समाज की बारीकियों को समझकर सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
विभागाध्यक्ष डॉ. योगेन्द्र कुमार पाण्डेय ने कार्यक्रम की रूपरेखा रखते हुए ओरिएंटेशन प्रोग्राम का महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि यही अवसर जीवन का टर्निंग प्वाइंट साबित होता है, क्योंकि छात्रों को इसी स्तर पर आकर अपने भविष्य और समाज के लिए तैयार करने की प्रेरणा मिलती है। सहायक पुस्तकालय अध्यक्ष डॉ. रवि शुक्ला ने इस अवसर पर पुस्तकालय से विभिन्न सुविधाओं के बारे विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पुस्तकालय किसी भी संस्थान की रीढ़ की हड्डी के समान होती है, क्योंकि यहां हमेशा ज्ञान का सागर बहता रहता है।
शारीरिक शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. श्रवण यादव ने छात्रों को विश्वविद्यालय स्तर पर उपलब्ध विभिन्न खेल सुविधाओं से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के खेल के महत्व को समझाया। राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मानस उपाध्याय ने छात्रों से एनएसएस और एनसीसी के बारे बताया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में सेवा का बहुत महत्व है। इसके बिना अर्जित की जाने वाली शिक्षा अधूरी होती है। विश्वविद्यालय के नवाचार अधिकारी डॉ. अनिल त्रिपाठी ने छात्रों से नवाचार के लिए प्रयत्न करने के बारे में प्रोत्साहित किया। उन्होंने विश्वविद्यालय में चल रहे विभिन्न स्टार्टअप्स में छात्रों से जुड़ने का आवाह्न भी किया। उन्होंने विवि में स्थापित इनोवेशन फाउंडेशन सेल की जानकारी साझा करते हुए छात्रों को बताया कि कैसे मेंटर बैंक के माध्यम से उनके आइडिया को एक स्टार्टअप का रूप दिया जाता है।
इस अवसर पर विभाग के वरिष्ठ शिक्षक डॉ. जीतेन्द्र डबराल, डॉ. रश्मि गौतम, प्रेम किशोर शुक्ला, सागर कनौजिया, रतन कुशवाहा, शुभम शुक्ला, रोहित, अजीत, शोध छात्र अखिलेश यादव, विकास द्विवेदी, जावेद, सुधीर आदि मौजूद रहें।
(Udaipur Kiran) / अजय सिंह / राजेश