
शिमला, 14 अप्रैल (Udaipur Kiran) । अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता व ठियोग से विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि हाल ही में अहमदाबाद में आयोजित कांग्रेस अधिवेशन ने पार्टी कार्यकर्ताओं में नया जोश और ऊर्जा भर दी है। उन्होंने कहा कि यह अधिवेशन पूरी तरह सफल रहा और इसमें भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ निर्णायक संघर्ष का बिगुल फूंका गया है, जिसकी गूंज जल्द ही पूरे देश में सुनाई देगी।
शिमला में सोमवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए राठौर ने कहा कि कांग्रेस ने मौजूदा शासन के खिलाफ न्याय पथ चुना है, जिसके केंद्र में जनता से जुड़े अहम मुद्दे जैसे बेरोजगारी, महंगाई और सामाजिक अन्याय हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी अब बूथ स्तर से लेकर जिला स्तर तक संगठन को मजबूती प्रदान करेगी। जिला अध्यक्षों को न केवल और अधिक सशक्त बनाया जाएगा बल्कि उन्हें पार्टी की प्रमुख बैठकों में भी शामिल किया जाएगा। इसके अलावा आगामी चुनावों में उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया में भी इनकी अहम भूमिका रहेगी।
राठौर ने कहा कि संगठन में जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी और पार्टी का शीर्ष नेतृत्व, खासकर राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने स्पष्ट कर दिया है कि पार्टी को जड़ों से मजबूत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हाल ही में उन्हें गुजरात का पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है, जिसे वह अपने संगठनात्मक कार्यों की सफलता का परिणाम मानते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने प्रदेश के उन विधानसभा क्षेत्रों में भी कांग्रेस को मजबूती दी जहां पार्टी लगातार हार का सामना कर रही थी। उन्होंने कहा कि यदि इरादे मजबूत हों तो कोई भी जीत नामुमकिन नहीं होती।
इस दौरान राठौर ने अमेरिका द्वारा टैरिफ वॉर को 90 दिनों के लिए स्थगित करने पर संतोष व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार से मांग की कि वह इस अवसर का लाभ उठाकर भारतीय किसानों और बागवानों के हितों की प्रभावी पैरवी करे। उन्होंने खासतौर पर हिमाचल प्रदेश के सेब उत्पादकों के हितों की बात करते हुए एक बार फिर सेब पर आयात शुल्क बढ़ाने की मांग दोहराई।
राठौर ने कहा कि प्रदेश की लगभग 5,000 करोड़ रुपये की आर्थिकी विदेशी आयात के कारण प्रभावित हो रही है। उन्होंने ऐलान किया कि वह प्रदेश के सभी भाजपा सांसदों को पत्र लिखकर आग्रह करेंगे कि वे केंद्र सरकार के समक्ष सेब उत्पादकों के हितों की मजबूती से पैरवी करें। उन्होंने आशा जताई कि इस विषय पर प्रदेश के भाजपा नेताओं का भी उन्हें सहयोग मिलेगा।
—————
(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
