
रांची, 13 अप्रैल (Udaipur Kiran) । भाजपा प्रदेश महामंत्री और सांसद डॉक्टर प्रदीप वर्मा ने कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति में आकंठ डूबा झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने अपने आंख कान बंद कर लिए है और जुबान से असंवैधानिक, असंसदीय और उकसाने वाले शब्दों को रख लिया है। उन्होंने कहा कि झामुमो बताए कि झारखंड में भारत का संविधान लागू होता है या झामुमो ने कोई अपना संविधान झारखंड के लिए बना दिया है।
उन्होंने कहा कि झामुमो पर संसद से पारित वक्फ संशोधन और राष्ट्रपति के हस्ताक्षर से बने कानून के संबंध में दिया गया बयान राष्ट्र विरोधी बयान है, जिस पर झामुमो को माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि वक्फ संशोधन कानून से गरीब, वंचित मुस्लिम समाज को बड़ा लाभ मिलने वाला है, वक्फ संपत्ति से होने वाली आय को उनके विकास में खर्च करने के लिए संवैधानिक प्रावधान मजबूत किए गए हैं, जिसे कांग्रेस पार्टी ने वोट बैंक के कारण कमजोर किया था। चंद लोगों को खुश करने की कोशिश की थी।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार वक्फ की संपत्ति से गरीबों को लाभान्वित करने की दिशा में कानून बनाए हैं, जिसे तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले विरोध कर रहे। ऐसा ही इंडी गठबंधन ने तीन तलाक कानून, सीएए के संबंध में भी फैलाए थे।
उन्होंने कहा कि वक्फ संशोधन कानून में आदिवासी जमीन को भी सुरक्षित किया गया है। इस कानून के तहत शेड्यूल पांच के तहत आने वाले झारखंड में आदिवासी समाज की जमीन को वक्फ की संपत्ति में नहीं शामिल करने का कड़ा प्रावधान किया गया है।
उन्होंने कहा कि आज देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद राष्ट्रपति के रूप में आदिवासी समाज की बेटी द्रौपदी मुर्मू बैठी हैं , जो इस महत्व को समझती हैं कि यह आदिवासी समाज के जमीन की सुरक्षा के लिए यह संशोधन कितना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि झामुमो आज विद्रोह वाली भाषा बोल रहा है, जबकि संसद में उनके सांसदों को बिल पर बोलने का पूरा मौका मिला था। झामुमो का दोहरा चरित्र जनता जानती है।
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(Udaipur Kiran) / विकाश कुमार पांडे
