
जींद, 25 मार्च (Udaipur Kiran) । जिला में कुछ विद्यालय बिना किसी सरकारी मान्यता के चल रहे होते हैं। विभाग द्वारा ऐसे विद्यालयों का निरीक्षण करके उन्हें नोटिस देने के साथ-साथ ऐसे विद्यालयों का संचालन बंद भी करवाया जाता है। ऐसे विद्यालय न केवल शिक्षा की गुणवत्ता से समझौता करते हैं, बल्कि बच्चों के भविष्य को भी गंभीर खतरे में डालते हैं। इन विद्यालयों में पढ़ाई का स्तर संदिग्ध रहता है और वे सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करते। जिससे बच्चों के शैक्षणिक विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
जिला शिक्षा अधिकारी सुमित्रा देवी ने मंगलवार को कहा कि जिला प्रशासन द्वारा अनधिकृत विद्यालयों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। ऐसे विद्यालयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा अभिभावकों से भी अपील की जाती है कि अपने बच्चों के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए सतर्क रहें और यह सुनिश्चित करें कि जिस विद्यालय में वे अपने बच्चों का प्रवेश करवा रहे हैं, वह सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त हो। जिले के सभी मान्यता प्राप्त विद्यालयों की सूची संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में उपलब्ध है। जहां से अभिभावक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और यदि किसी को अनधिकृत विद्यालयों की जानकारी मिलती है, तो वे जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को सूचित कर सकते हैं ताकि समय पर उचित कार्रवाई की जा सके। बच्चों का भविष्य सुरक्षित और उज्ज्वल बनाने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह प्रतिबद्ध है और अभिभावकों से सहयोग की अपेक्षा रखता है।
(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
