
जींद, 20 मई (Udaipur Kiran) । ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन के आह्वान पर सफाई कर्मियों ने मंगलवार को शहर में प्रदर्शन किया और लघु सचिवालय पहुंच कर मांगों को लेकर ज्ञापन डीडीपीओ को सौंपा। प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।प्रदर्शन की अध्यक्षता यूनियन के जिला प्रधान गुलाब सिंह ने की। जबकि संचालन जिला सचिव पवन कुमार ने किया। यूनियन के नेताओं ने बताया कि ग्रामीण सफाई कर्मचारी स्वच्छ भारत अभियान के तहत गांवों को स्वच्छ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं लेकिन उनकी मूलभूत समस्याओं की अनदेखी की जा रही है।
यूनियन जिला सचिव पवन कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री ने 24 नवंबर 2024 को जींद में डीएससी समाज के सम्मेलन में सफाई कर्मचारियों के वेतन को 26 हजार रुपये करने की घोषणा की थी लेकिन छह महीने बीत जाने के बाद भी इसका कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ। जबकि प्रदेश की बीजेपी सरकार डीएससी समाज की हितैषी होने का दम भरती हैं और 90 प्रतिश सफाई कर्मचारी इसी समाज से आते हैं लेकिन बीजेपी की प्रदेश सरकार पूरी तरह से सफाई कर्मचारियों की अनदेखी कर रही हैं। इसीलिए ग्रामीण सफाई कर्मियों में अब धीरे-धीरे बीजेपी सरकार के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा हैं। उसी का परिणाम हैं आज प्रदेश का हर सफाई कर्मचारी आंदोलन करने के लिए मजबूर हो रहा हैं।
यूनियन नेताओं ने बताया कि ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को तो कूड़ा उठाने के लिए रिक्शा या रेहड़ी तक नहीं दी गई है। उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री द्वारा जींद में की गई 26 हजार रुपये मासिक वेतन की घोषणा का नोटिफिकेशन तत्काल जारी किया जाए। पंचायत विभाग के निर्देशानुसार हर महीने की सात तारीख तक वेतन सुनिश्चित किया जाए। ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के लिए स्पष्ट सेवा नियमावली बनाई जाए और पदोन्नति की व्यवस्था लागू की जाए। इस मौके पर जिला प्रधान गुलाब सिंह, सुल्तान दुड़ाना, उपप्रधान मनफूल खरेंटी, मुकेश देवरड़, प्रवीण हथवाला, सुखविंद्र दुड़ाना सहित अनेक कर्मचारी नेता मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
