
जींद, 16 मई (Udaipur Kiran) । शहर को हरा-भरा बनाने के लिए जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग शहरी आजीवीका मिशन के तहत योजना पर कार्य कर रहा है। यह कार्य एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत किया जाएगा। इस में शहरभर में एक बड़े पौधारोपण अभियान की शुरूआत की जाएगी। यह पहल न केवल शहर को सुंदर और हरा-भरा बनााएगा बल्कि इससे प्रदूषण में कमी, तापमान नियंत्रण और जैव विविधता को बढावा भी मिलेगा। साथ ही शहरी ऊष्मा द्वीप प्रभाव जैसी समस्याओं से भी राहत मिलने की उम्मीद है।
शुक्रवार को जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जिला सलाहकार रणधीर मताना ने बताया कि भारत सरकार के आवास और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा शुरू की गई इस पहल के तहत अमृत 2.0 मिशन के अंतर्गत पौधारोपण किया जाएगा। इस विशेष अभियान में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की अहम भूमिका होगी। विभाग की योजना है कि ये महिलाएं न केवल पौधे लगाएंगी बल्कि उनकी देखभाल का जिम्मा भी निभाएंगी। इसके लिए उन्हें उचित मेहनताना दिया जाएगाए जिससे उन्हें आर्थिक लाभ भी होगा। विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि हर पौधा पेड़ बने, इसके लिए विभाग द्वारा सालभर तक इसके लिए खाद, पानी और संरक्षण की पूरी व्यवस्था की जाएगी। इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए कार्यकारी अभियंता एवं नोडल अधिकारी भानु प्रकाश शर्मा व कार्यकारी अभियंता नरवाना गुरमीत सिंह ने जिला सलाहकार व उपमंडल अभियंताओं कि बैठक आयोजित कर कार्यों की समीक्षा की।
विभागीय जमीन से होगी शुरुआत
पौधरोपण कर के शहर को हरा-भरा बनाने की शुरूआत जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग अपनी जमीन से करेगा। इसके लिए विभाग पहले अपने टयूबवेल, जलघर, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट व सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से करेगा। इसके बाद सार्वजनिक जगह, वन विभाग की जमीन, स्कूल व पार्क जहां भी जगह मिलेगी, पौधरोपण करेगा। यह पौधरोपण ऐसे स्थानों पर होगा जहां पौधों के लिए पानी की उपलब्धता हों।
(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
