
जींद, 23 मई (Udaipur Kiran) । सफीदों में बिजली चेकिंग के दौरान गए चार कर्मचारियों को निलंबित किए जाने के रोष स्वरूप शुक्रवार को तालमेल कमेटी के आह्वान पर बिजली कर्मियों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शकारी कर्मचारी लघु सचिवालय पहुंचे और एसडीएम सत्यवान मान को निलंबन के आदेशों को रद्द किए जाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन से पहले नेहरु पार्क में रोष बैठक हुई। कर्मचारी नेता विरेंद्र गोयत, राजेश आसन, धर्मवीर बैरागी आदि ने कहा कि गत 21 मार्च को अधिकारियों के निर्देश पर गांव डिडवाड़ा, साहनपुर और मलिकपुर में शिकायत के आधार पर बिजली चोरी की चेकिंग करने के लिए टीम बना कर गए थे। इस चेकिंग टीम द्वारा डिडवाड़ा में एक उपभोक्ता के यहां चेकिंग की गई।
चेकिंग के दौरान पाया गया कि उस परिसर में बिजली मीटर तो घरेलू लगा हुआ था लेकिन वहां उस जगह को पशु डेयरी के रूप में उपयोग किया जा रहा था। टीम ने विभाग के उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट पेश कि उपभोक्ता के परिसर में घरेलू कनेक्शन का मीटर नहीं होकर एनडीएस कैटेगरी का मीटर होना चाहिए था। निगम ने उपभोक्ता को दस हजार 314 रुपये अदा करने क नोटिस भेजा। जो उपभोक्ता ने निगम को अदा कर दिया। फिर इसी विषय में विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा संज्ञान लेने पर दूसरी चेकिंग टीम ने उस जगह का दोबारा दो अप्रैल को निरीक्षण किया।
दूसरी बार भी वहां कोई रिहायशी गतिविधि नहीं पाकर डेयरी फार्म चलता हुआ पाया गया। इसके बावजूद उपभोक्ता ने गलत भ्रामक तथ्य पेश करके बिजली निगम के चार कर्मचारियों पर कार्रवाई करवाई और सभी कर्मचारी को बिना कोई सुनवाई का मौका दिए तीन अप्रैल को कर्मचारियों को निलंबित कर दिया। जो सरासर गलत है। उन्होंने मांग की कि कर्मचारियों को दोबारा से बहाल किया जाए। अगर निलंबित कर्मचारियों को बहाल नही किया जाता तो 26 मई से सर्कल कार्यालय पर धरना आरंभ करेंगे।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
