Haryana

जींद : मिशन मुस्कान के पहले सप्ताह में 16 बच्चों को बाल श्रम से रेस्क्यू किया

रेस्क्यू किए गए बाल श्रमिक के साथ मानव तस्कर विरोधी इकाई सदस्य।

जींद, 9 मार्च (Udaipur Kiran) । जिला पुलिस की मानव तस्कर विरोधी ईकाई एवं गैर सरकारी संगठन एमडीडी ऑफ़ इंडिया ने देशव्यापी अभियान मिशन मुस्कान के तहत पहले सप्ताह में जिले के 16 नाबालिग बच्चों को रेस्कयू किया है। जिला समन्वयक नरेंद्र शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय बाल अधिकार सरंक्षण आयोग के निर्देश पर एक मार्च से 31 मार्च तक हरियाणा सहित पुरे देश में बालश्रम के विरुद्ध मिशन मुस्कान अभियान चलाया जा रहा है। मानव तस्कर विरोधी इकाई के इंचार्ज एएसआई संदीप के नेतृत्व में चलाए गए सयुंक्त अभियान के तहत पहले सप्ताह में 16 बच्चों को बालश्रम करते हुए रेस्क्यू किया गया है। इसमें 11 बच्चे पिंडारा मेला से भिक्षाव्रती करते हुए तथा दो बच्चे स्थानीय सफीदों गेट क्षेत्र से रेहड़ी पर बाल मजदूरी करते हुए जबकि तीन बिछड़े हुए बच्चों को उनके परिजनों से मिलवा कर उनके मासूम चेहरों पर मुस्कान लौटाने में सफलता हासिल की है।

सभी बच्चों को जिला बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया। समिति चेयरमैन एनके अत्री द्वारा उनके अभिभावकों को अपने बच्चों को भिक्षाव्रती एवं बाल श्रम करवाने के बजाय स्कूल भेजने की सख्त हिदायत दी गई। इसके पश्चात समिति के निर्देश पर बच्चों और उनके अभिभावकों की जिला बाल सरंक्षण अधिकारी कार्यालय में काउंसल्लिंग भी की गई। यह अभियान आगामी 31 मार्च तक जारी रहेगा। तीन बिछड़े बच्चों में दो छोटे बच्चे तो सफीदों गेट क्षेत्र से रास्ता भटक कर रेलवे स्टेशन रोड पर पाए गए। जिन्हें उनके परिजनों का पता लगाकर उनके सुपुर्द कर दिया गया लेकिन इनमें विशेष मामला बिहार निवासी बिछड़े हुए बच्चे मोहम्मद कामरे का रहा।

बिहार के जिला सीतामढ़ी के माल्हा टोल गांव निवासी 16 वर्षीय किशोर मोहमद कामरे घर से भाग कर अपने किसी रिश्तेदार के पास पंजाब के लुधियाना पहुंच कर मजदूरी कर रहा था लेकिन कुछ दिन काम करने के पश्चात मानसिक तौर पर बीमार होने के चलते अपने रिश्तेदार के साथ ट्रेन से वापस बिहार लौट रहा था लेकिन रास्ते में दिल्ली स्टेशन पर उतर गया। इसके पश्चात मानसिक परेशानी के चलते रास्ता भटक कर रोहतक पहुंच गया। बाद में उसके परिजनों का पता लगा परिजनों को सौंपा गया।

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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा

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