Haryana

जींद : बुजुर्ग दंपति ने गुमशुदा बच्चों को परिजनों से मिलवाया

बुजुर्ग दंपत्ति को सम्मानित करते हुए एसपी कुलदीप सिंह।

जींद, 18 जून (Udaipur Kiran) । जींद जिले में एक बुजुर्ग दंपति की दरियादिली से दो गुमशुदा बच्चों को रातभर सुरक्षित पनाह मिली और सुबह उन्हें उनके परिजनों से मिलाया जा सका। इन दोनों बच्चों में एक मूक बधिर है। इस नेक कार्य के लिए पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह ने बुजुर्ग दंपति को सम्मानित भी किया।

बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में उप पुलिस अधीक्षक उचाना संजय कुमार ने बताया कि गत 15 जून को थाना अलेवा के गांव बधाना से दो बच्चे जिनमें लड़की मुस्कान उम्र 13 साल व लड़का आर्यन उम्र 11 साल अपनी बुआ के घर गांव भाटला जिला हिसार में जाने के लिए दोपहर घर से निकले थे लेकिन यह अपनी बुआ के घर नही पहुंचे। इन दोनों बच्चों का जब कोई पता नहीं चला तो इस संबंध में इन बच्चों के परिजनों ने थाना अलेवा में लिखित में सूचना दी। जिस पर थाना अलेवा में मामला दर्ज करके बच्चों की तलाश शुरू की गई।

यह दोनों बच्चे रास्ता भटक कर हांसी पहुंच गए थे और सायं करीब साढ़े सात बजे यह दोनों बच्चे बस अड्डा हांसी पर बैठे रो रहे थे कि उसी समय बुजुर्ग दंपति मदन लाल व उनकी पत्नी सुमित्रा देवी वासी वार्ड नंबर 18 बरवाला जो रोहतक से मजदूरी करके अपने घर बरवाला वापस जा रहे थे, उनको मुस्कान व आर्यन दोनों बच्चे रोते हुए बस अड्डा हांसी पर मिले।

मदन लाल व उनकी पत्नी सुमित्रा देवी से इन बच्चों की हालत देखी नहीं गई और इंसानियत का परिचय देते हुए बुजुर्ग दंपत्ति बिना किसी हिचकिचाहट के बच्चों को अपने घर ले गए। उन्होंने बच्चों को खाना खिलाया, उन्हें आराम करने के लिए जगह दी और पूरी रात उनका ख्याल रखा। सुबह होते ही मुस्कान व आर्यन से उनके घर व उनकी बुआ का पता पूछा। 16 जून को सुबह दोनों बच्चों को अपने साथ लेकर गांव भाटला जिला हिसार गए और वहां गांव में इन बच्चों की बुआ सोनू के घर का पता करके मुस्कान व आर्यन को सकुशल उनकी बुआ के हवाले किया। थाना अलेवा की टीम ने 17 जून को दोनों बच्चों को अभियोग में शामिल तफ्तीश किया और उनकी सीडब्लूसी से काउंसलिंग करवाई व अदालत में बच्ची का ब्यान करवा कर दोनों बच्चों को सकुशल उनके परिजनों के हवाले किया गया।

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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा

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