
जींद, 3 मई (Udaipur Kiran) । जिला नगर योजनाकार विभाग के अमले ने तीन गांवों के निकट अवैध निर्माणों को पीले पंजे की सहायता से गिराने का काम किया। तीनों जगहों पर लगभग 27 एकड़ में छह कॉलोनियों में दुकानें, डीपीसी, चार दीवारी, कच्चे रोड नेटवर्क को तोड़ा गया। कार्रवाई के दौरान भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया था।
जिला नगर योजनाकार अंजू जून ने शनिवार काेचेताया कि अवैध निर्माण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिला नगर योजनाकार विभाग को शिकायतें मिल रही थी कि पिंडारा, निर्जन बाईपास, अहिरका की तरफ अवैध निर्माण किए जा रहे हैं। विभाग से इसकी अनुमति भी नही ली गई है। इसे लेकर डीटीपी विभाग ने पहले नोटिस जारी किया लेकिन अवैध निर्माण को नहीं रोका गया तो जिला नगर योजनाकार विभाग का अमला पिंडारा के पास पहुंचा। यहां जेसीबी की सहायता से अवैध निर्माण को गिराना शुरू किया। यहां करीब 20 एकड़ में अवैध रूप से विकसित की जा रही तीन कॉलोनियों में 22 डीपीसी तोड़ी। इसके बाद 1700 मीटर लंबी चारदीवारी को तोड़ा गया। इसके बाद यहां बनी एक दुकान को तोड़ा गया। यहां बने कच्चे रोड नेटवर्क को तोड़ा गया। इसके बाद दूसरी साइट सिविल लाइन पुलिस थाना से हांसी ब्रांच नहर की तरफ होकर हाईवे पर निकलने वाले रास्ते पर जेसीबी की सहायता से दो कॉलोनियों में चार डीपीसी, एक दुकान, 1800 फीट लंबी चारदीवारी और ईंटों के आठ चट्टे गिराए गए। ईंटें निर्माण कार्य के लिए रखी हुई थी। इसके बाद विभाग का अमला अहिरका के पास पहुंचा और यहां कंट्रोल एरिया में विभाग की एनओसी के बिना किए जा रहे अवैध निर्माण को तोड़ा। यहां पर दो एकड़ में विकसित की जा रही अवैध कॉलोनी को ध्वस्त किया गया। यहां रोड नेटवर्क तो तोड़ा गया। शनिवार को जानकारी देते हुए जिला नगर योजनाकार अंजू ने कहा कि अगर किसी कॉलोनाइजर को कॉलोनी काटनी है तो पहले विभाग के पास आवेदन करना होगा। इसके बाद विभाग के नियमों पर खरा उतरने के बाद ही कॉलोनी की अप्रूवल दी जाती है।
—————
(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
