
झज्जर, 31 मई (Udaipur Kiran) । जिला उपायुक्त स्वप्निल रविंद्र पाटिल बाढ़ नियंत्रण उपायों से जुड़े प्रोजेक्ट की प्रगति, ड्रेन व जल निकासी नालों के सफाई कार्यों को लेकर लगातार फील्ड में निरीक्षण कर रहे हैं। वह शनिवार सुबह से ही अधिकारियों को साथ लेकर फील्ड में पहुंचे और पिछले सप्ताह जो निर्देश दिए गए थे, उनके अमल की मौके पर जांच पड़ताल की।
ग्रामीणों से पिछले वर्षों में हुए जल भराव की वास्तविक स्थिति जानी और जल निकासी की जानकारी ली। डीसी ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के स्पष्ट आदेश हैं कि रिहायशी इलाकों और खड़ी फसलों में जलभराव नहीं होना चाहिए। जल भराव की स्थिति होने पर जिम्मेदार अधिकारी की जवाबदेही तय होगी।
डीसी ने केसीबी ड्रेन और साथ लगती मातन लिंक ड्रेन, डीघल लिंक ड्रेन, धांधलान लिंक ड्रेन, मदाना लिंक ड्रेन सहित अन्य जल निकासी नालों की सफाई व्यवस्था का मौके पर मुआयना किया। डीसी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आपके पास 15 जून तक का समय है, इसलिए कार्यों में तेजी लाएं। कार्यों की प्रगति की रिपोर्ट से उनके कार्यालय में भिजवाएं। डीसी ने कहा कि सरकार द्वारा जिले में बाढ़ नियंत्रण के लिए बनाई गई रणनीति को धरातल पर साकार करना प्रशासन की प्राथमिकता है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे नियमित रूप से फील्ड विजिट कर कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करें ।
उपायुक्त पाटिल ने अपने फील्ड दौरे के दौरान निर्माणाधीन छुड़ानी कबलाना सड़क मार्ग का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि जिलेभर में आवश्यकता अनुसार सड़क मार्गों पर रिपेयर वर्क चल रहा है। विभाग को निर्देश दिए गए हैं, निर्माण सामग्री की गुणवत्ता की निरंतर नियमानुसार जांच करवाएं। कार्य की गुणवत्ता में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सड़क निर्माण कार्य में उपयोग लाई जा रही सामग्री का सैंपल भरवाया। इस दौरान बेरी की एसडीएएम रेणुका नांदल, डीआरओ प्रमोद चहल, डीआईपीआरओ सतीश कुमार सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / शील भारद्वाज
