
झज्जर, 10 मई (Udaipur Kiran) । जिले में वित्तीय लेनदेन का व्यवसाय करने वाले ग्रुप के एक सदस्य ने अपने ग्रुप को ही 30 लाख रुपये की चपत लगाने की कोशिश की। उसने लूट का ड्रामा रचा और पुलिस को लूट होने की झूठी सूचना दे दी। पुलिस ने जांच के दौरान उससे पूछताछ की तो सारा भेद खुल गया। इस कथित लूट का मास्टरमाइंड खुद शिकायत करने वाला यही युवक निकला। उसको गिरफ्तार कर लिया गया है।
गांव बिरधाना निवासी अशोक और उसके साथ कुछ साथी फाइनेंस का व्यवसाय करते है। पुलिस प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि गांव छारा का निवासी अंकित भी इसी ग्रुप में शामिल था। अशोक के कहने पर कल वह किसी से 30 लख रुपए की राशि लेने के लिए नोएडा के निकट झिलमिल मेट्रो स्टेशन गया था। उसको गांव बिरधाना के निवासी अशोक ने यह राशि लाने के लिए झिलमिल भेजा था। अशोक ने यह भी कहा कि बड़ी राशि लेकर आना है इसलिए वह दो अन्य साथियों को अपने साथ ले जाए। लेकिन अंकित अकेला ही गया और झिलमिल से 30 लख रुपए लेकर चल पड़ा। रास्ते में उसने यह राशि हड़पने का विचार बनाया। लूट की कहानी गढी। उसने ये 30 लाख रुपये अपनी बुआ के बेटे को सौंप दिए और खुद ही अपनी गाड़ी का एक शीशा तोड़कर बहादुरगढ़ जिला पुलिस को सूचना दे दी कि गांव आसंडा के पास उसकी गाड़ी के आगे स्कॉर्पियो गाड़ी लगाकर बदमाशों ने उससे 30 लाख रुपये लूट लिए। यह बड़ी शिकायत मिलते ही जांच अधिकारी के अलावा पुलिस आयुक्त झज्जर राजश्री सिंह और पुलिस उपायुक्त बहादुरगढ़ मयंक मिश्रा घटनास्थल पहुंचे।पुलिस द्वारा जब अंकित से गहनता से पूछताछ की गई तो आरोपी अंकित बार-बार अपनी बात बदल रहा था। जिस पर पुलिस को शक हुआ। सख्ती से पूछताछ की तो सामने आया कि यह एक सोची समझी साजिश थी, जिसमें आरोपी ने यह पैसे अपने रिश्तेदार (बुआ के लड़के) को दे दिए और खुद को बचाने के लिए उसने गाड़ी का एक शीशा भी तोड़ दिया। ताकि पुलिस को लगे कि अंकित के साथ यह वारदात हुई है।थाना आसौदा के अंतर्गत पुलिस चौकी मांडोठी की टीम ने उपरोक्त मामले में आरोपी अंकित को गिरफ्तार कर लिया है जिससे 30 लाख रुपए की रिकवरी की जा चुकी है। आरोपी अंकित को शनिवार को बहादुरगढ़ अदालत में पेश करके न्यायिक हिरासत में झज्जर जेल भेज दिया गया।पुलिस आयुक्त राजश्री ने बताया कि अंकित को फाइनेंस के काम में काफी नुकसान हो गया था। इसी कारण से उसके मन में लालच आ गया और उसके शैतानी दिमाग में यह योजना आई। उसने पुलिस को गुमराह करने के लिए झूठी सूचना दी कि उसके साथ लूट हो गई है।
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(Udaipur Kiran) / शील भारद्वाज
