झज्जर, 16 नवंबर (Udaipur Kiran) । ग्रैप का तीसरा चरण लागू हो गया है, लेकिन क्षेत्र में कहीं भी प्रदूषण को कम करने के उपाय नहीं अपनाए जा रहे हैं। कहीं पर भी सीएक्यूएम के निर्देशों का ठीक तरह से पालन नहीं हो रहा है। सरेआम नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। शनिवार को गै्रप 3 का दूसरा दिन रहा। पहले दिन की तरह ही दूसरे दिन भी कहीं कोई नियम नहीं अपनाए गए। हरियाणा राज्य प्रदूषण बोर्ड भी विभागों को केवल नोटिस देने तक सीमित रह गया है। धरातल पर कार्रवाई नहीं हो रही है। शुक्रवार को प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों ने 58 स्थानों का निरीक्षण करते हुए एचएसवीपी अधिकारियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।शुक्रवार को बहादुरगढ़ में पीएम 2.5 का उच्चतम स्तर 500 पर पहुंच गया और एक्यूआई 386 दर्ज किया गया। यह हवा बीमार लोगों के लिए तो परेशानी खड़ी करेगी ही, साथ ही स्वस्थ लोगों के लिए खराब है। शनिवार को भी गै्रप के नियमों का पालन नहीं होता नजर आया। जमकर नियम टूटते दिखाई दिए। शहरभर में जगह-जगह निर्माण कार्य होते दिखे। खुले में निर्माण सामग्री पड़ी दिखाई दी।सेक्टर-6, 3, 9, 9ए में विभिन्न स्थानों पर निर्माण कार्य धड़ल्ले से किए जा रहे हैं। यहां पर न तो हरी चादर का प्रयोग हो रहा है और न ही निर्माण सामग्री को ढका जा रहा है। इतना ही नहीं एचएसआईआईडीसी में सड़क पर उड़ रही धूल रोकने के कोई इंतजाम नहीं किए गए। शनिवार को भी धूल हर दिन की तरह उड़ती रही। शहरवासियों विक्रम सिंह, सतेंद्र पहलवान व जगदीश ने बताया कि सेक्टरों और एचएसआईआईडीसी के सेक्टरों में कहीं भी पानी का छिड़काव नहीं हो रहा है। साथ ही सडकों पर जगह-जगह मिट्टी जमा है जो सूखने पर धूल बनकर उड़ती है। अब प्रदूषण लोगों के लिए बड़ी परेशानी बनता जा रहा है। इसमें न तो आमजन इसे रोकने में कोई दिलचस्पी दिखा रहा है और न ही विभागों के अधिकारी।
अब बारिश और तेज हवा ही दिला सकती है प्रदूषण से राहतहरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के उप मंडल अभियंता अमित दहिया ने बताया कि शुक्रवार को एचएसवीपी को सीएक्यूएम के आदेशों का पालन न करने पर नोटिस दिए गए हैं। साथ ही 15 दिन में इसका जवाब मांगा गया है। एचएसवीपी के क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर निरीक्षण किया गया। जहां पर निर्माण होते नजर आए और खुले में निर्माण सामग्री पड़ी रही। यह लापरवाही बरती जा रही है।
(Udaipur Kiran) / शील भारद्वाज