झाबुआ, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । नई पीढ़ी का कौशल विकास के महत्त्व को समझना और आत्मसात करना भारत के प्रौद्योगिक विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है। भारतीय इतिहास मे महिलाओ की साझेदारी एवं वर्तमान समय में स्टेम फील्ड में महिलाओ का योगदान अभूतपूर्व एवं नमन करने योग्य है। उक्त उद्गार कौशल विकास एवं रोजगार राज्यमंत्री गौतम टेटवाल ने गुरुवार को आई टी आई झाबुआ में युवा कौशल संवाद 2024 के तहत वी इन स्टेम ट्रेनिंग प्रोग्राम मे प्रशिक्षित झाबुआ जिले की बालिकाओं के साथ संवाद कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बातचीत करते हुए व्यक्त किए।
कार्यक्रम में मध्य प्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड भोपाल के प्रोजेक्ट डायरेक्टर गौतम सिंह, कलेक्टर नेहा मीना, पुलिस अधीक्षक पद्म विलोचन शुक्ल, जन प्रतिनिधिगण एवं बालिकाएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत देवी सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं द्वीप प्रज्जवलित कर हुई। अतिथियों का स्वागत जिले के पारम्परिक नृत्य के द्वारा की गई। मंत्री को आदिवासी संस्कृति की प्रतीक पगड़ी एवं जैकेट पहना आकर तथा तीर कमान और आदिवासी गुड़िया भेंट कर स्वागत किया गया।
अपने उद्बोधन में मंत्री ने उपस्थित बालिकाओं को लोकमाता अहिल्याबाई का उदाहरण देते हुए कहा कि अहिल्याबाई के द्वारा जनता का कौशल विकास कर माहेश्वरी साड़ी का अद्भूत कारखाना लगाया गया जो आज तक अपनी विशिष्टता के लिए प्रसिद्ध है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार भारतीय इतिहास मे महिलाओ की साझेदारी एवं वर्तमान समय में स्टेम फील्ड में महिलाओ का योगदान नमन करने योग्य है। उन्होंने कहा कि प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के सपने को साकार करने हेतु आवश्यक है कि भारत के प्रौद्योगिकी क्षेत्र में आने वाली पीढ़ी कौशल विकास के महत्त्व को समझते हुए उसे आत्मसात करे। उन्होंने कार्यक्रम में शामिल बालिकाओं द्वारा परंपरागत वेशभूषा में सर्टिफिकेट ग्रहण किया जाना तारीफ के योग्य है, जो आने वाली पीढ़ी का संस्कृति के साथ जुड़ाव को दर्शाता है।
कार्यक्रम के स्वागत भाषण मे संयुक्त राष्ट्र की महिला विंग की स्टेट हेड ज्योति रे ने बताया गया कि वी इन स्टेम प्रोग्राम यूएन वूमेन, मध्यप्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड भोपाल के संयुक्त तत्वाधान में प्रदेश के 12 आदिवासी बाहुल्य जिलो मे संचालित किया जा रहे हैं, जिसमे जिले की 11 बालिकाओं को स्टेम ( विज्ञान, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, गणित) के ट्रेड में प्रशिक्षण दिया गया, और उनका टाटा मोटर्स मे प्लेसमेंट हुआ है।
मध्यप्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड भोपाल के प्रोजेक्ट डायरेक्टर गौतमसिंह ने वी इन स्टेम कार्यक्रम का महत्व बताते हुए कहा कि बालिकाओं की साइन्स के प्रति रुचि, उसी ट्रेड में पढ़ाई और प्लेसमेण्ट हमारा लक्ष्य है। इसी के अतिरिक्त सर्प अनुसन्धान से सम्बन्धित ट्रेड को शुरु करना माननीय मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव जी की मंशा है जिसके तहत मध्य प्रदेश के विभिन्न जिले में कम से कम 10 इच्छुक आवेदकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि टैटवाल एवं कलेक्टर नेहा मीना द्वारा वी इन स्टेम ट्रेनिग प्रोग्राम की 11 बालिकाओं, पीएम विश्वकर्मा योजना के हितग्राहियों एवं एनसीवीटी प्रोग्राम के टॉपर को प्रमाण पत्र वितरण किया गया।
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(Udaipur Kiran) / उमेश चंद्र शर्मा