झाबुआ, 8 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । बालिकाओं को यह बात सदैव ध्यान रखनी चाहिए कि वे बिना सोचे समझे किसी पर भी विश्वास नहीं करें। किसी पर भी विश्वास करने से पहले उसे अच्छी तरह जांच परख लेना चाहिए, तभी उस पर विश्वास करना चाहिए। यह बात प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश जिला न्यायालय विधि सक्सेना ने मंगलवार को महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं उच्च शिक्षा विभाग द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना, शक्ति अभिनंदन अभियान अंतर्गत पॉक्सो एक्ट, साइबर सुरक्षा एवं महिलाओं से संबंधित कानून पर पुलिस सामुदायिक भवन में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कही।
कार्यक्रम में जिला कलेक्टर नेहा मीना, जिला पुलिस अधीक्षक पद्मविलोचन शुक्ल, जिला न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झाबुआ हेमंत सिंह, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी एवं प्रधान न्यायाधीश किशोर न्यायालय, साक्षी मसीह, महिला एवं बाल विकास अधिकारी राधुसिंह बघेल, सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग श्रीमती वर्षा चौहान सहित अन्य प्रशासनिक एवं न्यायिक अधिकारीगण तथा स्कूली बालिकाएं मौजूद थे।
कार्यक्रम में अपने उद्बोधन में जस्टिस सक्सेना ने आगे कहा कि किसी को भी जांचें परखे बगैर उस पर विश्वास करना अनुचित है। उन्होंने बालिकाओं को कहा कि वे अपना पूरा ध्यान पढ़ाई पर लगाएं, और खूब मेहनत करें, तो निश्चित ही आपको सफलता प्राप्त होगी। उन्होंने स्वयं का उदाहरण देते हुए कहा कि अच्छी पढ़ाई कर योग्यता हासिल कर आप ऊंचे से ऊंचा पद प्राप्त कर सकती हैं।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला कलेक्टर नेहा मीना ने बालिकाओं को कहा कि आप शिक्षित होकर आर्थिक रूप से सशक्त बनें , साथ ही पहले अपना लक्ष्य तय कर लें कि आने वाले पांच वर्षो में आप अपने को किस जगह देखना चाहती है, फिर उस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ें।
कार्यशाला की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित व माल्यार्पण कर की गई। अतिथियों का स्वागत तुलसी का पौधा देकर किया गया। तत्पश्चात बाल विवाह रोकने हेतु गीत व नुक्कड़ नाटक के माध्यम से संदेश दिया या गया। मुख्य अतिथि द्वारा बालिकाओं को विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया।
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(Udaipur Kiran) / उमेश चंद्र शर्मा