
झाबुआ, 18 अप्रैल (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस 21 अप्रैल को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में जिला कलेक्टर नेहा मीना को लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार-2024 से पुरस्कृत करेंगे। जिला कलेक्टर को यह अवार्ड प्राइम मिनिस्टर अवार्डस फोर एक्सीलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन 2024 की एस्पिरेशनल ब्लाक्स प्रोग्राम (Prime Minister’s Awards for Excellence in Public Administration-2024 की Aspirational Blocks Programme) कैटेगरी के अन्तर्गत दिया जाएगा। भारत सरकार द्वारा देश भर में सिविल सेवकों द्वारा किए गए अनुकरणीय कार्यों को अभिस्वीकृत करने, मान्यता देने और पुरस्कृत कर लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।
जनसंपर्क अधिकारी जिनेन्द्रिय सगोरिया ने इस संबंध में शुक्रवार को बताया कि वर्ष 2024 का लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रदत्त प्रधानमंत्री पुरस्कार देशभर से चयनित 16 सिविल सेवकों को दिया जाएगा, जिनमें झाबुआ कलेक्टर नेहा मीना को भी शामिल किया गया है। कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में एक्सपर्ट कमेटी द्वारा 4 अप्रैल 2025 को सम्पन्न इंटरव्यू के उपरान्त जिला कलेक्टर नेहा मीना को पुरस्कार के लिए चयनित किया गया।
जिला जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार भारत सरकार द्वारा देश भर में सिविल सेवकों द्वारा किए गए अनुकरणीय कार्यों को अभिस्वीकृत करने, मान्यता देने और पुरस्कृत कर लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। वर्ष 2024 के लिए लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार की योजना का उद्देश्य तीन श्रेणियों में सिविल सेवकों के योगदान को मान्यता देना है। इसके अंतर्गत श्रेणी 1 में 11 प्राथमिकता वाले क्षेत्र कार्यक्रमों के तहत जिलों का समग्र विकास। इस श्रेणी के तहत 5 पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। श्रेणी 2 में आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के अंतर्गत 5 पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे, जबकि श्रेणी 3 के अंतर्गत केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों, राज्यों, जिलों के लिए नवाचार को शामिल किया गया है। इस श्रेणी के अंतर्गत 6 पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार के चयन के लिए आवेदनों का मूल्यांकन 5 चरणों में किया जाता है। जिसमें (i) अपर सचिवों की अध्यक्षता वाली स्क्रीनिंग समिति द्वारा आवेदनों का चिन्हांकन किया जाता है (ii) अपर सचिवों की अध्यक्षता वाली छानबीन समिति द्वारा जिलों/संगठनों के आवेदकों का प्रेजेंटेशन के मूल्यांकन के माध्यम से लघु सूचीबद्ध किया जाता है, (iii) सचिव, डीएआरपीजी की अध्यक्षता वाली विशेषज्ञ समिति द्वारा मूल्यांकन किया जाता है, (iv) कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता वाली एक्सपर्ट कमेटी द्वारा आवेदकों के इंटरव्यू के उपरान्त पुरस्कारों के लिए सूची को अंतिम रूप दिया जाता है, और (v) पुरस्कारों के लिए एक्सपर्ट कमेटी की सिफारिशों पर बनी सूची पर माननीय प्रधानमंत्री की मंजूरी ली जाती है। मंज़ूरी उपरांत अवार्ड लेने वाले अधिकारियों की सूची अंतिम की जाती है।
प्रधानमंत्री पुरस्कार-2024 के अंतर्गत कलेक्टर को ट्रॉफी, स्क्रॉल और पुरस्कृत जिले को 20 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी, जिसका उपयोग परियोजना, कार्यक्रम के कार्यान्वयन या लोक कल्याण के किसी भी क्षेत्र में संसाधनों की कमी को पूरा करने के लिए किया जाएगा।
भारत सरकार द्वारा जिला कलेक्टर नेहा मीना को लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार-2024 से पुरस्कृत कर सम्मानित किए जाने के निर्णय पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए जिला कलेक्टर नेहा मीना ने आज शुक्रवार हिंदुस्थान समाचार को कहा कि झाबुआ जिले के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है, और साथ ही संतुष्टि प्रदायक भी है कि झाबुआ जिले का नाम राष्ट्रीय स्तर पर सकारात्मक रूप से लिया जाता है। नेहा मीना ने कहा कि उक्त प्रतिष्ठित अवार्ड के साथ ही ₹20 लाख की प्रोत्साहन राशि भी जिले को प्रदान की जाएगी, जिसे प्राथमिकता के आधार पर शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षैत्र में बेहतरी हेतु व्यय किया जा सकेगा। जिला कलेक्टर ने कहा कि वो चाहेंगी कि जिले की गर्भवती और धात्री महिलाओं और बच्चों को उक्त प्रोत्साहन राशि का अधिकतम लाभ प्राप्त हो।
कलेक्टर ने इस उपलब्धि का श्रेय जिले की पूरी टीम को दिया है, जिसने पूरी मेहनत, लगन और निष्ठा पूर्वक मैदानी कार्यों को बेहतर अंजाम दिया है।
कलेक्टर ने कहा कि उक्त अवार्ड पांच स्तरों में विभाजित एक लंबा प्रोसेस लिए होता है। उन्होंने कहा कि जिले में विभिन्न क्षैत्रों में किए गए मैदानी कार्य को उच्चाधिकारियों और विशेषज्ञ टीमों द्वारा देखा, परीक्षण किया गया, और फिर आकलन करने के उपरान्त अवार्ड हेतु चुनाव किया गया।
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(Udaipur Kiran) / उमेश चंद्र शर्मा
