
जयपुर, 9 अप्रैल (Udaipur Kiran) । जयपुर में अवैध निर्माणों के खिलाफ जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) की कार्रवाई के दौरान विरोध के स्वर तेज हो गए हैं। शहर के सिरसी रोड इलाके में जेडीए की टीम ने करीब ढाई किलोमीटर क्षेत्र में अवैध निर्माण हटाने का अभियान शुरू किया, जिसे लेकर स्थानीय लोगों में नाराज़गी देखी गई।
जेडीए द्वारा झारखंड मोड़ से लेकर 200 फीट बाईपास तक की करीब ढाई किलोमीटर लंबी सड़क के दोनों ओर फैले 270 अवैध निर्माणों को हटाने के लिए यह कार्रवाई की जा रही है। बुधवार सुबह शुरू हुई इस कार्रवाई के दौरान रिटायर्ड डीजी नवदीप सिंह के मकान का भी कुछ हिस्सा तोड़ा गया। विरोध जताने पर पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। वहीं स्थानीय भाजपा विधायक गोपाल शर्मा मौके पर पहुंचे और कार्रवाई रोकने का प्रयास किया। इस दौरान वे अधिकारियों से भी उलझते नजर आए। विधायक ने स्थानीय लोगों की समस्याओं को नजरअंदाज कर कार्रवाई करने का आरोप लगाया और जेसीबी मशीन को रुकवाते हुए अभियान को बाधित कर दिया।
मीडिया से बात करते हुए विधायक गोपाल शर्मा ने कहा कि बिना पूर्व संवाद और समाधान के ऐसे कदम उठाना अनुचित है। कानून की अवहेलना नहीं करेंगे, अन्याय नहीं सहेंगे। हम लोग आशान्वित लोग हैं। हम लोग सरकार की भी स्थिति को समझते हैं, जनता की भी स्थिति को समझते हैं। इसमें किसी एक सरकार की ही भूमिका नहीं है, बल्कि यह एक संपूर्ण सिस्टम की बात है, जिसने इन लोगों को बसाया था। उस समय भी अधिकारी ही जिम्मेदार थे और आज जब हटाने की बात हो रही है, तब भी वही अधिकारी भूमिका निभा रहे हैं। सरकार ने स्पष्ट किया है कि ऐसे क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अपनी बात कहने का पूरा अवसर दिया जाएगा।
जयपुर विकास आयुक्त (जेडीसी) आनंदी ने बताया कि यह पूरी कार्रवाई हाईकोर्ट के आदेशों के तहत और नियमानुसार की जा रही है। उन्होंने बताया कि मंगलवार शाम तक भी स्थानीय निवासियों और व्यापारियों से संवाद कर स्वेच्छा से अतिक्रमण हटाने की अपील की गई थी, जिसके बाद कई लोगों ने अपने स्तर पर निर्माण हटाना शुरू भी कर दिया था। ऐसे लोगों को जेडीए की ओर से जेसीबी, लोखंडा आदि संसाधनों की मदद भी दी गई। हालांकि जो निर्माण अब तक नहीं हटाए गए हैं, उनके खिलाफ अब सख्त कार्रवाई की जा रही है। यह पूरी प्रक्रिया झारखंड मोड़ तिराहा से खातीपुरा तिराहा होते हुए 200 फीट बाईपास तक के क्षेत्र में की जा रही है, जिसे जोनल डवलपमेंट प्लान के अनुरूप सड़क चौड़ीकरण के लिए अंजाम दिया जा रहा है। इस कार्रवाई के लिए जेडीए ने पांच टीमें गठित की हैं, जिनमें उपायुक्त, एटीपी, तहसीलदार, इंजीनियर और प्रवर्तन अधिकारी शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि यह जयपुर विकास प्राधिकरण की अब तक की दूसरी सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। स्थानीय विरोध और राजनीतिक हस्तक्षेप के बावजूद जेडीए की टीम उच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुसार कार्रवाई को अंजाम दे रही है।
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(Udaipur Kiran)
