
मुंबई,15 मई ( हि.स.) । ठाणे शहरी क्षेत्र में संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में अतिक्रमण की घटनाएं दिन-प्रतिदिन बढ़ रही हैं, जिससे जैव विविधता और वन्यजीव आवास के लिए बड़ा खतरा पैदा हो रहा है। वन विभाग को सूचना मिली थी कि येऊर क्षेत्र के चेना वन रेंज में एक तालाब को अवैध रूप से पत्थरों और मिट्टी से भरने का प्रयास किया जा रहा है, जिसके बाद वन विभाग ने तत्काल कार्रवाई कर जेसीबी मशीन जब्त कर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
बताया जाता है कि घटना मौजे ओवाला के आरक्षित वन क्षेत्र में हुई, जहां सर्वे संख्या 273/3 और वन खंड संख्या 109 में स्थित प्राकृतिक झील में जेसीबी की मदद से मिट्टी और पत्थर डाले जा रहे थे। इससे जल स्रोत नष्ट होने की सम्भावना थी। भविष्य में झील के सूखने और भूमि का निर्माण या अन्य उद्देश्यों के लिए उपयोग किए जाने के संभावित खतरे को देखते हुए वन विभाग ने कड़ा रुख अपनाया है।
मामला प्रकाश में आने पर आज इस ठाणे में कार्यरत उपसंचालक प्रदीप पाटिल और सहायक वनसंरक्षक करिश्मा कवड़े के मार्गदर्शन में वन टीम ने कार्रवाई की है। इस मौके पर वन रेंज अधिकारी मयूर सुरवसे ने बताया कि वे मौके पर पहुंचे और तालाब को पूर रही जेसीबी मशीन को तत्काल रोककर सर्वजीत यादव नामक आरोपी (उम्र 31) को हिरासत में ले लिया।
वन विभाग की कार्रवाई की सर्वत्र सराहना की जा रही है कि समय रहते उन्होंने जेसीबी बरामद कर एक प्राक़तिक जल स्त्रोत को नष्ट होने से बचाया है। साथ ही क्षेत्र में ऐसे अतिक्रमणकारियों पर नकेल कसने में मदद मिली है जो येउर क्षेत्र में अतिक्रमण कर वर्तमान में जैव-श्रृंखला को बाधित कर पर्यावरण के लिए खतरा पैदा कर रहे है। वन जल स्रोत वन्यजीवों के लिए जीवन रेखा हैं और उनका विनाश उनके अस्तित्व के लिए खतरा बन जाता है।
वन विभाग के उप संचालक प्रदीप पाटील ने स्पष्ट किया है कि अब वन विभाग ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है, तथा वन अधिनियम के तहत दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी ।
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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा
