Uttar Pradesh

बेंगलुरु में एआई इंजीनियर आत्महत्या के तार जौनपुर से जुड़े, आरोपितों ने मीडिया से बात करने से किया इनकार

बेंगलुरु में एआई इंजीनियर आत्महत्या के तार जौनपुर से जुड़े, आरोपितों ने मीडिया से बात करने से किया इनकार लड़के की शादी के समय की फोटो
बेंगलुरु में एआई इंजीनियर आत्महत्या के तार जौनपुर से जुड़े, आरोपितों ने मीडिया से बात करने से किया इनकार

जौनपुर, 11 दिसंबर (Udaipur Kiran) । बेंगलुरु में एआई इंजीनियर की आत्महत्या कांड को लेकर जौनपुर में भी मामले ने तूल पकड़ लिया है। कारण मृतक की पत्नी का मायका जौनपुर में है। सोमवार देर शाम मीडिया के माध्यम से आई खबरों को लेकर लोगों में कौतूहल मच गया। मृतक सुभाष ने अपने आत्महत्या से पहले लगभग 1 घंटे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया है। साथ ही साथ 40 पन्ने का सुसाइड नोट भी वायरल है। जिसमें मृतक ने अपनी मौत का जिम्मेदार अपनी पत्नी, साले,चचेरे ससुर को ठहराया है।बंगलुरू में एआई इंजीनियर अतुल सुभाष सनसनीखेज सुसाइड केस मामले में बुधवार को (Udaipur Kiran) टीम नगर कोतवाली थाना क्षेत्र के खोया मंडी स्थित मृतक के ससुराल पहुंची। जहां घर पर मौजूद पत्नी निकिता की माँ निशा सिंघानियां व भाई अनुराग ने मीडिया से बातचीत करने से इनकार कर दिया।उनका कहना था कि हमारा पूरा परिवार इस मामले में सदमे है।मृतक की पत्नी अपने बच्चे के साथ दिल्ली में रहती है।इसके साथ ही उन्होंने मीडिया को उनके घर के फोटो वीडियो बनाने से मना किया और कहा कि आप इस मामले में हमारे वकील से बात करें,न्यायालय जाएं, वहीं सब कुछ मालूम हो पाएगा। अब सब कुछ बातचीत पुलिस के सामने और वकील के सामने होगी। इस मामले में निकिता के वकील विनोद श्रीवास्तव से बातचीत करने पर उन्होंने भी मीडिया से बातचीत करने से साफ इनकार कर दिया।कहा इस मामले से हमारा कोई लेना-देना नहीं है।लड़की आने के बाद बात होगी।

इस मामले में मृतक इंजीनियर अतुल सुभाष का केस देख रहे अधिवक्ता दिनेश मिश्रा ने बताया कि अतुल की पत्नी निकिता ने अतुल पर कई केस किए थे।फैमली कोर्ट में केस कर पत्नी निकिता ने अपने व अपने बच्चे के लिए भरण-पोषण की मांग की थी जिसमें कोर्ट ने पत्नी को भरण-पोषण न देकर उनके बच्चे के भरण-पोषण के 40000 रुपया प्रति माह का आदेश दिया था।अधिवक्ता ने कहा कि अगर अतुल को यह राशि ज्यादा लग रही थी तो उसके ऊपर भी कोर्ट है या हम लोगों से बातचीत करनी चाहिए थी। जुलाई के बाद से अधिवक्ता दिनेश मिश्रा की अतुल से न कोई मुलाकात हुई और न कोई बातचीत हुई।अधिवक्ता ने कहा कि कभी ऐसा लगा ही नही कि वह डिप्रेशन में है।

(Udaipur Kiran) / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव

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