Uttar Pradesh

प्राचीन गौरीशंकर मंदिर में 44 साल बाद हुआ जलाभिषेक

मोहल्ला दौलतबाग में  प्राचीन गौरीशंकर मंदिर की रंगाई-पुताई का काम करते मजदूर।

मुरादाबाद, 26 फरवरी (Udaipur Kiran) । मुरादाबाद के थाना नागफनी क्षेत्र के दौलतबाग स्थित प्राचीन गौरीशंकर मंदिर में 44 साल बाद बुधवार को महाशिवरात्रि पर जलाभिषेक हुआ। आज सुबह मंदिर के कपाट खुलने के बाद भक्तों और कांवड़ियों को आवागमन प्रारंभ हो गया जो दोपहर तक क्रमबद्ध जारी रहा। शिवभक्तों ने बम-बम भोले और हर-हर महादेव के जयकारों के साथ जलाभिषेक किया। इस दौरान क्षेत्र में काफी संख्या में पुलिस बल और प्रशासन अधिकारी मोजूद रहे।

मुरादाबाद में वर्ष 1980 में हुए दंगे में प्राचीन गौरीशंकर मंदिर दौलतबाग के पुजारी गंगा सरन की हत्या कर दी गई। इसके बाद गंगा सरन का मृत आश्रित परिवार मुरादाबाद के थाना मझोला क्षेत्र के लाइनपार में जाकर रहने लगे। इसके क्षेत्रीय लोगों ने मंदिर की मूर्तियां खंडित कर दी थीं और मंदिर पर ताला लग गया था। मुतक पुजारी गंगा सरन के पौते सेवाराम ने 26 दिसंबर 2024 को मुरादाबाद के जिलाधिकारी अनुज सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल को पत्र देकर 44 साल से बंद पड़े प्राचीन गौरीशंकर मंदिर को खुलवाने की मांग की थी। सेवाराम ने डीएम-एसएसपी को बताया कि मंदिर लगभग 150 साल पुराना है और उसके परदादा भीमसेन ने इसका निर्माण करवाया था। उसके दादा गंगा सरन की हत्या के बाद से यह मंदिर बंद है। गंगा सरन की हत्या होने के बाद बहुसंख्यक हिंदू परिवार यहां से धीरे-धीरे पलायन कर गया था।

इस पर जिलाधिकारी अनुज सिंह ने उपजिलाधिकारी सदर राममोहन मीना और पुलिस अधाीक्षक नगर कुमार रणविजय सिंह को प्राचीन गौरीशंकर मंदिर के निरीक्षण के लिए भेजा था। एसडीएम सदर और एसपी सिटी के निरीक्षण के बाद 30 दिसंबर 2024 को मंदिर में गर्भ गृह की खोदाई करवाई गई थी। जिसमें मौके से 1954 का नक्शा मिलने का दावा किया गया था। इसके बाद स्थानीय लोगों की मौजूदगी में मंदिर का दरवाजा खुलवाया गया था। मंदिर खुलने की जानकारी मिलने पर क्षेत्रीय लोगों की भीड़ लग गई थी। प्रशासन ने मंदिर परिसर व इसके आसपास से अतिक्रमण हटवाकर गंदगी साफ करवाई थी।

डीएम के निर्देश पर एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह और एसडीएम सदर राममोहन मीना ने मंदिर स्थल का जायजा लिया। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने बैठक कर मंदिर के दरवाजे खुलवाने का निर्णय लिया। विश्व हिंदू परिषद मंदिर पुरोहित विभाग के प्रमुख कथावाचक धीरशांत दास ने बताया कि प्राचीन गौरीशंकर मंदिर दौलतबाग में 46 साल बाद बुधवार को महाशिवरात्रि पर उत्साह के साथ जलाभिषेक हुआ।

(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल

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