Uttrakhand

जल निगम, जल संस्थान मजदूर संगठन ने की शीघ्र अधिकारियों की तैनाती की मांग

गोपेश्वर में बैठक करते हुए जल निगम, जल संस्थान मजदूर संगठन।

गोपेश्वर, 27 जुलाई (Udaipur Kiran) । चमोली जिले के जल निगम में अधीक्षण अभियंता से लेकर सहायक अभियंता का पद रिक्त चल रहा है। जेई को प्रभारी अधिशासी अभियंता बनाया गया है जिससे कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के साथ ही विभागीय कार्यों पर भी इसका विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। जल निगम, जल संस्थान मजदूर संगठन चमोली ने शनिवार को बैठक कर उत्तराखंड पेयजल निगम के प्रबंधन निदेशक को एक ज्ञापन भेजा है जिसमें उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र ही अधिकारियों की तैनाती नहीं की जाती है तो उन्हें बाध्य होकर आंदोलन के लिए विवश होना पड़ेगा।

संगठन के अध्यक्ष किशन सिंह रावत और जिला सचिव नरेंद्र फरस्वाण ने कहा कि चमोली जल निगम में अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता तथा सहायक अभियंता के पद खाली चल रहे हैं। इससे कर्मचारियों का जून माह का वेतन आहरण नहीं हो पाया है। कर्मचारियों के सामने आर्थिक संकट पैदा हो रहा है। यहां तक कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों के जीपीएफ और पेंशन प्रकरण भी लंबित पड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई गोपेश्वर में कई वर्षों से परियोजना प्रबंधक तथा सहायक अभियंता की तैनाती नहीं हो पायी है जिससे गंगा प्रदूषण नियंत्रण का कार्य भी सही ढंग से संचालित नहीं हो पा रहा है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में जिले में सरकार की ओर से कई महत्वपूर्ण योजनाएं चलायी जा रही हैं जिसमें जल जीवन मिशन जोशीमठ तथा ट्रीटमेंट का कार्य, रुद्रनाथ पेयजल योजना आदि शामिल है जिसकी प्रतिदिन मॉनिटरिंग जिलाधिकारी के माध्यम से की जाती है। अधिकारियों के अभाव में तमाम विभागीय कार्य संचालित नहीं हो पा रहे हैं। इस संबंध में कई बार उच्च अधिकारियों से पत्राचार और वार्ता की जा चुकी है लेकिन वर्तमान तक कोई समाधान नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि बैठक के माध्यम से विभागीय उच्च अधिकारियों को चेतावनी दी गई है कि यदि पांच अगस्त तक अधिकारियों की तैनाती नहीं की जाती है तो छह अगस्त से तालाबंदी और हड़ताल शुरू कर दी जाएगी।

(Udaipur Kiran) / जगदीश पोखरियाल / Satyawan / वीरेन्द्र सिंह

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