
शिमला, 24 मई (Udaipur Kiran) । किन्नौर के रिकांगपिओ में शनिवार को निकली तिरंगा यात्रा के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि विमल नेगी की मौत सामान्य परिस्थितियों में नहीं हुई और भारतीय जनता पार्टी शुरुआत से ही सीबीआई जांच की मांग कर रही थी जिसे सरकार ने नजरअंदाज किया।
जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधानसभा में यह कहकर झूठ बोला कि मृतक का परिवार सरकार की जांच से संतुष्ट है। जबकि अब परिवार ने हाईकोर्ट में सीबीआई जांच की गुहार लगाई है और हाईकोर्ट ने इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिए हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि परिवार जांच से संतुष्ट था, तो वह अदालत क्यों गया?
उन्होंने जानकारी दी कि सरकार इस आदेश को चुनौती देने के लिए अब डबल बेंच में जाने की तैयारी में है, जो यह दर्शाता है कि सरकार सच्चाई से भाग रही है। उन्होंने यह भी कहा कि हिमाचल पॉवर कॉरपोरेशन में हुए व्यापक घोटाले की भी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
जयराम ठाकुर ने पुलिस विभाग में उपजे आंतरिक मतभेदों पर चिंता जताते हुए कहा कि शिमला जिले के एसपी और डीजीपी के बीच चल रही बयानबाजी से स्पष्ट है कि प्रशासनिक ढांचा चरमराने लगा है। उन्होंने कहा, जब अनुशासित मानी जाने वाली पुलिस फोर्स में इस तरह की खींचतान है, तो आम जनता का भरोसा कैसे बना रहेगा?
इसके अलावा, उन्होंने सरकार पर पत्रकारों को डराने-धमकाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वरिष्ठ पत्रकार अविनाश विद्रोही पर दर्ज एफआईआर को तुरंत रद्द किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, वर्तमान सरकार पत्रकारों की स्वतंत्रता को कुचलने का काम कर रही है, जो लोकतंत्र के लिए घातक है।
इससे पूर्व उन्होंने तिरंगा यात्रा में भाग लेते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारतीय सेना के साहस और बलिदान को नमन किया और कहा कि देश की जनता पूरी तरह सेना के साथ खड़ी है। इस मौके पर भाजपा नेता सूरत नेगी सहित अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला
