
मंडी, 17 अप्रैल (Udaipur Kiran) । पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस और क्रप्शन दोनों एक दूसरे के पर्यायवाची हैं। यहां पत्रकारों से बात करते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने नेशनल हेराल्ड अखबार की नींव आजादी से पूर्व वर्ष 1938 में ही रख दी थी। जिसके पहले संपादक पंडित नेहरू थे। इसके बाद एसोसिएट जनरल लिमिटेड के प्रकाशन समूह की ओर से नेशनल हेराल्ड के अलावा हिंदी में नवजीवन और उर्दू में कौमी आवाज नामक अखबार निकाले जाते थे। उन्होंने कहा कि भारगत का अग्रदूत माने जाने वाला यह अखबार नेहरू परिवार और कांग्रेस की अगुवाई में भ्रष्टाचार का अग्रदूत बनकर रह गया।
उन्होंने कहा कि जवहार लाल नेहरू के बाद इंदिरा और फिरोज गांधी ने नेशनल हेराल्ड अबखर की कमान संभाली। तत्तपश्चात राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने करीब दो हजार करोड़ की यह संपति हासिल की। जिसको लेकर वर्ष यूपीए की सरकार के दौरान सुब्रम्णयम स्वामी की ओर से 2012 में पटियाला हाउस कोर्ट में मामला दर्ज किया गया था। जिसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी को आरोपी बनाया गया था। उन्होंने कहा कि 15 अप्रैल 2021 में ईडी ने इस बारे मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। उस दौरान भी कांग्रेस की ओर से ईडी के दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन किया गया।
उन्होंने कहा कि यह मामला कितना गंभीर है इसको लेकर सरदार पटेल से लेकर कई स्वतंत्रता सेनानियों ने सवाल उठाए हैं। वहीं पर कांग्रेस देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री पर ईडी के दुरूपयोग की बात कर रही है, जो सही नहीं है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि आज देश जानना चाहता है कि मामला क्या है। आखिर क्यों ईडी के खिलाफ देश भर में कांग्रेस की ओर से धरने प्रदर्शन हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि संवैधािनक पदों पर बैठे लोग जिनमें मंत्री और मुख्यमंत्री आते हैं भी ईडी के खिलाफ धरने प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं।
जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल के मुख्यमंत्री मामले को समझने की कोशिश नहीं कर रहे हैं और न ही वे किसी मामले को समझने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि नेशनल हेराल्ड हमारा अखबार है, हम चाहे जितना विज्ञापन दे सकते हैं। जयराम ने कहा कि प्रदेश का गरीब आदमी गहने बेच कर अपना इलाज करवा रहा है, हिमकेयर योजना के माध्यम से गरीबों का उपचार नहीं हो रहा है। जबिक सरकार नेशनल हेराल्ड जैसी कांग्रेस और नेहरू परिवार की अखबार को करोड़ों रूपए के विज्ञापन दे रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता का यह पैसा दान देने के लिए नहीं है। उन्होंने कहा कि बीते दो सालों में नेशनल हेराल्ड और नवजीवन अखबार को दो करोड़ रूपए से ज्यादा की राशि नियमों को ताक में रखकर दी गई है।
जयराम ने कहा कि प्रदेश सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा निर्धारित डीएवीपी नियमों का उलंघन्न कर इस अखबार को अदायगी की गई है। जबकि नियमों का उलंघन्न कर विज्ञापन के इस पैसे को दान नहीं दे सकते हैं।
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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा
