जयपुर, 16 जुलाई (Udaipur Kiran) । संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ ने समझौता अनुसार सफाई कर्मचारी भर्ती करवाने की मांग को लेकर सरकार को ज्ञापन सौंपा है। तीन दिन में मांग पूरी नहीं करने पर सफाई कमचारियों ने हड़ताल की चेतावनी दी है। अगर सफाई कर्मचारी हड़ताल पर जाते है तो एक बार फिर जयपुर की सफाई व्यवस्था बेपटरी हो सकती है।
23 जनवरी को को समझौता समिति की बैठक आयोजित की गई थी बैठक में सरकार से लिखित में समझौता किया गया था सफाई कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया
6 फरवरी से आरंभ करने का आश्वासन दिया गया था। सफाई भर्ती मस्ट्रोल के आधार पर 1 वर्ष तक जो सफाई का कार्य करेगा उन्हे ही नियुक्ति दी जाएगी जो बैठक में मौजूद समस्त प्रान्तीय व संगठनों के प्रतिनिधियों ने सरकार के आश्वासन पर समझौता पत्र पर हस्ताक्षर कर किए जाने वाले आन्दोलन को स्थगित किया गया था परन्तु स्वायत्त शासन विभाग द्वारा एक मार्च को सफाई कर्मचारी भर्ती लॉटरी एवं प्रैक्ट्रिकल के आधार पर 24797 पदो की भर्ती की विज्ञप्ति जारी कर दी गई है, जो वाल्मीकि समाज एवं सफाई कर्मचारियों के साथ धोखा है क्योंकि वर्ष 2018 में लॉटरी पद्धति द्वारा सफाई कर्मचारियों की भर्ती की गई थी, उक्त सफाई भर्ती में जो सफाई कर्मचारी भर्ती 2018 की गई थी वाल्मीकि समाज के लिए काला अध्याय के रूप में लिखी गई थी। वर्तमान में लॉटरी द्वारा सफाई कर्मचारी भर्ती 24797 पदो पर की जा रही है उससे सम्पूर्ण राजस्थान का वाल्मीकि समाज आक्रोशित है। संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ लॉटरी प्रणाली का विरोध कर रहा है परन्तु संघ के साथ जो समझौता किया गया था वो वाल्मीकि समाज के साथ धोखा है। संघ ने सफाई भर्ती के नियमो में बदलाव किए जाने की मांग की है। सफाई कर्मचारी भर्ती प्रैक्टिकल आधार पर हो प्रैक्टिकल का समय ज्यादा से ज्यादा 1 वर्ष का हो। सफाई कर्मचारी भर्ती प्रैक्टिकल में जो अभ्यार्थी सफाई का कार्य करें उसे कार्य के परिश्रम का भुगतान मस्ट्रोल के आधार पर किया जाए। सफाई कर्मचारी भर्ती में प्रैक्टिकल में सफल रहे अभ्यार्थी को 1 वर्ष पश्चात स्थाई कर्मचारी घोषित किया जाए। सफाई कर्मचारी भर्ती में परम्परागत सफाई कार्य से जुडे़ परिवार वाल्मीकि समाज को प्राथमिकता दी जाए तथा सफाई कर्मचारी भर्ती प्रक्रिया 2012 के अनुसार वाल्मीकि एवं हैला समाज को सीधी नियुक्ति दी जाए किन्तु वर्तमान विज्ञप्ति 2024 में 2012 के भर्ती नियमों की पूर्ण पालना नहीं की जा रही है, जो नियम अनुसार गलत है। सफाई कर्मचारी भर्ती में पूर्व में राज्य के नगर निगम, नगर निकायों में सफाई का कार्य किए गए कर्मियों को अतिरिक्त बोनस अंक देकर वरीयता दी जाएं।
इस मांग पत्र पर 15 मार्च को यूनियन एवं सरकार के बीच समझौता किया गया था समझौते में नगर निगम नगर निकायों में सफाई का कार्य किए कार्मिको को वरीयता देने एवं जिन अभ्यार्थियों के 2012 एवम 2018 के न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन है जिन प्रकरणो पर उच्च न्यायालय द्वारा निर्देश दे दिए गए है उन प्रकरण पर नितीगत निर्णय लेकर नियुक्ति आदेश जारी करने पर सहमती बनी थी। संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ आपसे मांग करती है कि सफाई कर्मचारी भर्ती 24797 पदो की मस्ट्रोल के आधार पर 1 वर्ष कार्य करने के आधार पर की जाये एवम आरक्षण मुक्त सफाई भर्ती की जाए सफाई कर्मचारी भर्ती मस्ट्रोल के आधार पर की जाए।
(Udaipur Kiran) / राजेश