-केरल की नौसेना अकादमी में भव्य समापन, नौसेना प्रमुख ने दी ट्रॉफी
नई दिल्ली, 09 नवम्बर (Udaipur Kiran) । युवाओं की बौद्धिक क्षमता परखने के लिए भारतीय नौसेना की ‘क्विज थिंक’ का शानदार सफर केरल के एझिमाला स्थित भारतीय नौसेना अकादमी के सुरम्य नालंदा ब्लॉक में ग्रैंड फिनाले के साथ ख़त्म हो गया। जयपुर का जयश्री पेरीवाल हाई स्कूल इस प्रतिष्ठित थिंक ट्रॉफी के लिए हुई कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद विजेता बना, जबकि चेन्नई का बीवी भवन विद्याश्रम उपविजेता रहा। नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने विजेताओं, प्रतिभागियों को सम्मानित किया।
नौसेना ने भारत की उन्नति और ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण का उत्सव मनाते हुए ‘क्विज थिंक’ का सफ़र दो माह पूर्व शुरू किया था, जिसके लिए देश भर से 07 सितंबर तक पंजीकरण किये गए थे। यह एक मानसिक परीक्षा थी, क्योंकि इसमें भाग लेने वाली टीमों ने प्रश्नोत्तरी के एक रोमांचक सफर को तय किया, जिसने दर्शकों को लगातार बांधे रखा। फाइनल राउंड के लिए आठ टीमों ने क्वालीफाई किया, जिनमें डॉ. वीरेंद्र स्वरूप एजुकेशन सेंटर, अवधपुरी (उत्तर प्रदेश), एक्सेल पब्लिक स्कूल, मैसूर (कर्नाटक), मुश्तिफंड आर्यन, हायर सेकेंडरी स्कूल (गोवा), सेठ एम.आर. जयपुरिया स्कूल, गोयल कैंपस, लखनऊ (उत्तर प्रदेश), दिल्ली पब्लिक स्कूल, ग्रेटर नोएडा (उत्तर प्रदेश), कैम्ब्रिज कोर्ट हाई स्कूल (राजस्थान), जयश्री पेरीवाल हाई स्कूल (राजस्थान) और बीवी भवन राजली विद्याश्रम, चेन्नई (तमिलनाडु) थीं।
एझिमाला स्थित भारतीय नौसेना अकादमी में 08 नवंबर को इस प्रतियोगिता का ग्रैंड फिनाले हुआ। स्कूली बच्चे, नौसेना कर्मी व उनके परिवार, पूर्व सैनिक, विशिष्ट अतिथि और भारतीय नौसेना अकादमी के प्रशिक्षु इस रोमांचक आयोजन का हिस्सा बने। जयपुर का जयश्री पेरीवाल हाई स्कूल इस प्रतिष्ठित ’थिंक ट्रॉफी’ के लिए हुई कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद विजेता बना, जबकि चेन्नई का बीवी भवन विद्याश्रम उपविजेता रहा। नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी और नौसेना कल्याण एवं आरोग्य संघ (एनडब्ल्यूडब्ल्यूए) की अध्यक्ष शशि त्रिपाठी ने विजेताओं, प्रतिभागियों तथा इस आयोजन की सफलता में योगदान देने वाले विद्यालयों को सम्मानित किया।
नौसेना के अनुसार इस प्रतियोगिता ने भारत के प्रतिभाशाली युवाओं की असाधारण प्रतिभा को प्रदर्शित किया और बौद्धिक आदान-प्रदान तथा प्रतिस्पर्धा के लिए एक राष्ट्रीय मंच प्रदान किया। यह प्रतियोगिता एक प्रश्नोत्तरी से कहीं अधिक युवाओं तथा ‘विकसित भारत’ में भारतीय नौसेना के योगदान का प्रमाण है। जैसे-जैसे भारत विकास की ओर अपनी यात्रा जारी रखेगा, वैसे-वैसे थिंक जैसी पहल भविष्य का नेतृत्व करने वाले युवाओं के मस्तिष्क को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रहेगी तथा नौसेना प्रतिस्पर्धा की भावना का बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करेगी।
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(Udaipur Kiran) / सुनीत निगम