RAJASTHAN

सेना के सम्मान में बाड़मेर में ‘जयहिंद सभा’, कांग्रेस नेताओं ने वीरांगनाओं को किया सम्मानित

बाड़मेर में ‘जयहिंद सभा

बाड़मेर, 26 मई (Udaipur Kiran) । थार की धरती पर सोमवार को कांग्रेस ने सेना के सम्मान में ‘जयहिंद सभा’ का आयोजन किया। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, सांसद रणदीप सुरजेवाला, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।

सभा का आयोजन बालाजी फार्म हाउस स्थित वीरेंद्र धाम मेमोरियल छात्रावास परिसर में किया गया। इस दौरान युद्ध में शहीद हुए सैनिकों की वीरांगनाओं और दिव्यांग वीरों को शॉल ओढ़ाकर और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

सभा में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार पर सीजफायर को लेकर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि अमेरिका के दबाव में युद्ध विराम किया गया, जबकि देश को इसकी जानकारी होनी चाहिए थी। पहलगाम के आतंकियों को भारत के हवाले करने की शर्त रखनी चाहिए थी।

गहलोत ने आरएसएस और बीजेपी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि तिरंगे को लेकर इनकी सोच शुरू से संदेहास्पद रही है। उन्हाेंने कहा कि अमेरिका पंचायती करने वाला कौन है। अमेरिका ने कभी साथ नहीं दिया। गोवा पर पुर्तगाली कब्जा था, तब भी अमेरिका ने विरोध किया, सिक्किम को मिलाया तब भी साथ नहीं दिया। अमेरिका कब था हमारे साथ।

पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि देश की एकमात्र सामूहिक आस्था सेना में है। उन्होंने कहा कि जब-जब देश पर संकट आया, सेना ने दुश्मनों को करारा जवाब दिया है। उन्होंने सवाल उठाया कि अचानक अमेरिकी राष्ट्रपति के एक ट्वीट से युद्धविराम कैसे हो गया, इसकी जानकारी सरकार को देनी चाहिए। इस देश में अगर हम सबकी सामूहिक आस्था किसी एक चीज में है तो सेना में है। हमें गर्व है कि हम बाड़मेर में खड़े है। यहां से पाकिस्तान दूर नहीं है। यहां सेना खड़ी है। जान की परवाह किए बिना हमारे निर्दोष लोगों का बदला लिया। मुंहतोड़ जवाब दिया। सेना के साथ उनके परिवारों को धन्यवाद, जिन्होंने अपनों को बॉर्डर पर भेजा है।

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि भारत का इतिहास किसी के आगे झुकने का नहीं रहा। उन्होंने 1971 के युद्ध का जिक्र करते हुए कहा कि इंदिरा गांधी ने अमेरिका की धमकी की परवाह नहीं की और पाकिस्तान को विभाजित कर बांग्लादेश बनवाया।

बाड़मेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का सारा श्रेय प्रधानमंत्री ने ले लिया, जबकि असली सम्मान सेना को मिलना चाहिए। पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम ने सेना के राजनीतिकरण पर चिंता जताते हुए कहा कि सेना देश की होती है, किसी पार्टी की नहीं।

जयहिंद सभा में कांग्रेस नेताओं ने वीर सैनिकों और उनके परिवारों का सम्मान कर देशभक्ति का संदेश दिया।

—————

(Udaipur Kiran) / रोहित

Most Popular

To Top