—दादी के विवाहोत्सव पर विविध धार्मिक अनुष्ठान,पढ़ी गई सामूहिक दादी चालीसा
वाराणसी,24 नवम्बर (Udaipur Kiran) । वाराणसी शहर के मैदागिन से रामकटोरा रोड पर रविवार को राणी सती दादी मंगल शोभायात्रा के चलते राजस्थान के झुन्झुनू शहर जैसा नजारा दिखा। गोलघर मैदागिन स्थित काशी गौशाला से निकली मंगलकलश शोभायात्रा में सैकड़ों श्रद्धालु जय दादी के उद्घोष के साथ ध्वज लहराते और भजन गाते चल रहे थे। शोभायात्रा में पांच सौ से अधिक महिलाएं मंगलकलश सिर पर लेकर चल रही थीं। मैदागिन के निकट ही कृष्ण गोपाल तुलस्यान, मनोज देव अग्रवाल ने एवं कबीरचौरा पर पप्पू साबू ने क्षेत्रीय श्रद्धालुओं के साथ शोभायात्रा में राणीसती दादी के विग्रह की आरती उतारकर स्वागत किया। पिपलानी कटरा पर अतुल ने सपरिवार शोभायात्रा की अगवानी की। कबीर रोड व्यापार मंडल की ओर से सरोजा पैलेस पर सनी जौहर, कीर्ति प्रकाश पांडेय के नेतृत्व में व्यापारियों ने शोभायात्रा की पुष्प वर्षा और आरती से अगवानी की। रामकटोरा तिराहे पर मारवाड़ी समाज की ओर से प्रदीप तुलस्यान, मनोज जाजोदिया, हेमदेव अग्रवाल, रवि बूबना आदि ने शोभायात्रा का स्वागत किया। रामकटोरा चौराहे पर लाॅयन्स क्लब वाराणसी रायल की ओर से श्याम अग्रवाल, सुशील अग्रवाल, प्रदीप माहेश्वरी, सौमित्र अग्रवाल, महेश अग्रवाल ने अन्य सदस्यों के साथ स्वागत एवं आरती उतारी। मार्ग में कई घरों से भी पुष्प वर्षा की गई।
बताते चले श्री राणी सती मंदिर की ओर से वर्ष 1999 में प्रारम्भ वार्षिक तेरह दिवसीय मंगल कलश व ध्वज प्रभातफेरी का इस वर्ष रजत जयंती वर्ष होने से आयोजन को काफी भव्य स्वरूप दिया गया । काशी गौशाला से प्रारम्भ शोभायात्रा में सबसे आगे ज्योति (मशाल) के पीछे बैनर के साथ रमेश चौथरी, दीपक बजाज बड़े ध्वज के साथ, उसके बाद कलश वाली घोड़ी, ऊंट, दादी स्वरूप का रथ, बच्चे, बैंड, नित्य रथ, डमरू दल, साऊण्ड ट्राली, कलशधारी महिलाएं, साऊण्ड ट्रक, भजन-कीर्तन मंडली, ध्वजधारी पुरुष एवं अंत में राणीसती दादी की झांकी का रथ चला। राणी सती धाम पहुंचने पर मंदिर के ट्रस्टी ने शोभायात्रा की अगवानी की।
कविता भालोटिया, उमा अग्रवाल, मधु तुलस्यान, कुसुम अग्रवाल, ज्योति झुनझुनवाला ने महिलाओं से दादी के समक्ष मंगलकलश अर्पित करा प्रसाद स्वरूप नारियल प्रदान किया। इसके बाद ध्वजधारियों से दादी के समक्ष ध्वज अर्पित कराया गया। निधिदेव अग्रवाल के सानिध्य में सामूहिक दादी चालीसा पाठ के बाद महिलाओं ने भजन प्रस्तुत किया। दोपहर एक बजे से तीन सौ से अधिक महिलाओं ने संगीतमय माहौल में ढाई घंटे का दादी मंगल पाठ किया। दादी के विवाहोत्सव में विभिन्न अनुष्ठानों के साथ सायंकाल 51 दम्पतियों ने विशेष महाआरती की। दरबार में सांस्कृतिक कार्यक्रम भजनों के जरिए कलाकारों ने हाजिरी लगाई।
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी