गांधीनगर, 14 नवंबर (Udaipur Kiran) । राज्य सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने वैश्विक अग्रणी जैबिल के साथ गुरुवार को एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस एमओयू के अनुसार जैबिल का धोलेरा विशेष निवेश क्षेत्र (डीएसआईआर) में 1,000 करोड़ रुपये के निवेश करेगा। इस नए यूनिट के साथ जैबिल गुजरात सरकार के साथ मिल कर नेटवर्किंग, कैपिटल गुड्स, ऑटोमोटिव तथा अन्य विषयों में भी ध्यान केंद्रित करेगी। इस एमओयू के तहत जैबिल आगामी वर्ष 2027 तक अपने कार्यक्षेत्र का विस्तार करने तथा रोजगार के अनुमानित 5,000 से अधिक अवसर प्रदान करेगा।
सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार एमओयू पर जैबिल की ओर से परिचालन निदेशक बीएन शुक्ला तथा गुजरात स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स मिशन (जीएसईएम) के मिशन निदेशक मनीष गुरवाणी ने हस्ताक्षर किए। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की प्रधान सचिव मोना खंधार तथा जैबिल के एग्जीक्यूटिव प्रेसीडेंट (ग्लोबल) फ्रेडरिक मेक्कॉय ने इस एमओयू का आदान-प्रदान किया। यह एमओयू उच्च-कुशल रोजगार के अवसरों एवं विश्वस्तरीय उत्पादों का उत्पादन कर राज्य के टेक्नोलॉजी इकोसिस्टम को मजबूती देगा। धोलेरा एसआईआर को सरकार द्वारा हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग को समर्थन देने के लिए उद्योग-रेडी प्लग-एंड-प्ले इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा सक्षम लॉजिस्टिकल फ्रेमवर्क के साथ विकसित किया गया है। यह प्रधानमंत्री की मेक इन इंडिया पहल को गति देगा। विश्व की शीर्षस्थ ब्रैंड्स के लिए विश्वसनीय भागीदार कंपनी जैबिल व्यापक इंजीनियरिंग, उत्पादन एवं सप्लाई चेन सॉल्यूशन्स ऑफर करती है।
जैबिल समग्र उद्योगों में 50 वर्षों से अधिक अनुभव एवं विश्वभर में 100 से अधिक साइट्स के विशाल नेटवर्क के साथ स्केलेबल तथा कस्टमाइज्ड सॉल्यूशन; दोनों पहुंचाने के लिए स्थानीय कुशलता के साथ वैश्विक पहुंच को भी जोड़ती है। गुजरात में माइक्रोन, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स, सीजी पावर तथा क्रेन्स सेमीकॉन जैसे टेक्नोलॉजी लीडर्स द्वारा सेमीकंडक्टर क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है।
टाटा समूह की कंपनी टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्रा.लि. धोलेरा में भारत का प्रथम कॉमर्शियल सेमीकंडक्टर फैब बना रही है। भारत में जैबिल का आयोजित (प्रस्तावित) विस्तार टेक्नोलॉजी कंपनियों के लिए धोलेरा में अब असाधारण अवसरों के विकास को गति देने के साथ एक मजबूत एवं सिनर्जिस्टिक इकोसिस्टम को प्रोत्साहन प्रदान करेगा। इस एमओयू पर हस्ताक्षर के अवसर पर मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव पंकज जोशी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की प्रधान सचिव मोना खंधार, वरिष्ठ अधिकारी तथा जैबिल के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय