जबलपुर, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । विजयादशमी के दिन होने जा रहे अंतर्राष्ट्रीय बजरंग दल के विशाल शस्त्र पूजन कार्यक्रम में प्रशासन पर आपत्ति लगाने का आरोप लगाया है । कन्हैया रामकृष्ण तिवारी राष्ट्रीय महामंत्री अंतरराष्ट्रीय बजरंग दल ने एक पत्रकार वार्ता कर बताया कि प्रशासन की कमजोर व्यवस्था सामने आई है। उन्होंने कहा कि शस्त्र पूजन आयोजन की अनुमति के लिए 28 अगस्त 24 लगभग एक महीने पहले दिया हुआ था, परन्तु प्रशासनअब जब कार्यक्रम होना है तब जागा है। यह कार्यक्रम विजयादशमी पर होना है। प्रशासन की दलील है कि खम्बताल मार्केट के सामने आयोजित होने वाले शस्त्र पूजन कार्यक्रम का स्थान बदल दें या 11 शस्त्रों का ही पूजन करें।
प्रशासन कज इस बात को कार्यकर्ताओं ने नकार दिया है। उनका कहना है कि आयोजन को मात्र दो ही दिन बचे हैं तो आम हिन्दू तक संदेश पहुंचाना असंभव है। वहीं प्रशासन द्वारा इस आयोजन को निरस्त करने का कारण बताया जा रहा है कि उपरोक्त कार्यक्रम सदर जामा मस्जिद के सामने आयोजित होने पर मुस्लिम समुदाय के लोगों का कार्यक्रम को लेकर विरोध होने की संभावना तथा प्रतिबंधित शस्त्रों के प्रदर्शन की संभावना है एवं सदर के मुख्य मार्ग पर आयोजित होना बताया है जिससे यातायात बाधित होने की संभावना व्यक्त की है क्योंकि उक्त मार्ग मुख्य मार्ग नहीं है यह तथ्य भी सारहीन है और उक्त कार्यक्रम में लाउडस्पीकर या अन्य माध्यमों से समुदाय विशेष या धर्म विरोधी आपत्तिजनक नारे शब्द या टिप्पणी करने की संभावना व्यक्त की है जो कि तथ्य हीन है। बजरंग दल का आरोप है कि मुस्लिम समुदाय के विरोध को लेकर इस भव्य आयोजन को निरस्त करने का मन जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन बना चुका है।
यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि प्रशासन मुस्लिम समुदाय के दबाव में आकर इस धार्मिक एवं पारंपरिक, सांस्कृतिक कार्यक्रम को निरस्त किया जा रहा है जो कि हिन्दू समाज का अपमान है। पत्रकार वार्ता में उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि यही रवैया प्रशासन द्वारा अपनाया गया तो फिर अंतरराष्ट्रीय बजरंग दल भी मांग करता है कि किसी भी मंदिर या हिन्दुओं के धार्मिक स्थलों के आसपास से ना तो मोहर्रम में सवारी और ताजिया जुलूस नहीं निकलेगा और ना ही ईद में मंदिरों के आस पास कोई आयोजन होने देंगे। हिन्दुओं के देश में हिन्दू समाज हम हिन्दू अपना पारंपरिक,धार्मिक आयोजन नहीं कर सकते जो कि हमारे लिए शर्मनाक है। इस भव्य आयोजन को विशाल रूप प्रदान करने लगभग 40 दिनों से भरसक प्रयास किये जा रहे थे जिससे कार्यक्रम भव्य आयोजन बनें। और ऐन वक्त पर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन द्वारा इस तरह का तानाशाही रवैया अपनाया गया जो कि निंदनीय है जिसकी शिकायत मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव जी से भी की जाएगी। इस पत्रकार वार्ता में नीलू सोनकर, मुकेश विश्वकर्मा,एड राज विश्वकर्मा सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे ।
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(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक