-प्रोफेसर व छात्रों ने की सहभागिता
प्रयागराज, 13 जुलाई (Udaipur Kiran) । इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव के निर्देशन में हार्टफुलनेस यूथ सेमिनार में विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एवं छात्रों ने सहभागिता की। यह सेमिनार युवाओं के सर्वांगीण विकास पर केन्द्रित थी।
शनिवार को इलाहाबाद विश्वविद्यालय के शिक्षक एवं छात्रों ने मुंडेरा स्थित हार्टफुलनेस ध्यान केन्द्र में आयोजित यूथ सेमिनार में सहभागिता ग्रहण की। संगोष्ठी में प्रयागराज, वाराणसी, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, कौशाम्बी तथा बांदा से 500 से अधिक छात्र, छात्राओं, अध्यापकों ने प्रतिभागिता की।
संगोष्ठी में युवाओं को ध्यान की वैज्ञानिक पद्धति से प्रशिक्षित किया गया तथा अध्यात्म के माहात्म्य को विस्तार से बताया गया। यह बताया गया कि प्राणाहुति विज्ञान पर आधारित योग युवाओं के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, भावनात्मक एवं आध्यात्मिक विकास हेतु पूर्णतः समर्थ है। योग की यह तकनीकी भारतीय ज्ञान प्रणाली पर आधारित है। इस तकनीकी को प्रत्येक छात्र को अपनी दिनचर्या में शामिल करने के लिए प्रेरित किया गया।
यूथ सेमिनार में हार्टफुलनेस एजुकेशन ट्रस्ट एमओयू के समन्वयक तथा संस्कृत विभाग के प्रो. अनिल प्रताप गिरि एवं इलाहाबाद विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना की बीसवीं इकाई के कार्यक्रम अधिकारी एवं संस्कृत विभाग के सहायक आचार्य डॉ तेज प्रकाश ने छात्रों द्वारा प्रस्तुत नृत्य, गायन एवं सम्भाषण प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका निभाई। विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं छात्रों की सहभागिता से हार्टफुलनेस ध्यान केन्द्र की संयोजिका प्रतिमा श्रीवास्तव तथा यूथ सेमिनार की संयोजिका ज्योति मिश्रा ने आभार प्रकट किया।
(Udaipur Kiran) /विद्याकान्त
(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र / आकाश कुमार राय