
एचएयू में विद्यार्थियों एवं ग्रामीण महिलाओं के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजितहिसार, 2 मई (Udaipur Kiran) । हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय में विद्यार्थियों की क्षमता निर्माण एवं अनुसूचित जाति की ग्रामीण महिलाओं की उद्यमिता के लिए प्रशिक्षण आयोजित किया गया। महाविद्यालय के विस्तार शिक्षा एवं संचार प्रबंधन विभाग तथा छात्र कल्याण निदेशालय की ओर से समापन अवसर पर आयोजित प्रमाण-पत्र व प्रोत्साहन सामग्री वितरण कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज मुख्य अतिथि रहे।कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने शुक्रवार काे अपने संबोधन में कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों को रोजगारोन्मुखी कौशल विकास प्रदान करना तथा उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। छात्राओं एवं ग्रामीण महिलाओं को व्यवहारिक दृष्टि से भी सक्षम बनाना है ताकि वे स्वरोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त कर सकें। महिलाओं को सशक्त बनाकर ही आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। महिलाओं ने शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, खेलकूद तथा सूचना प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा के बल पर उल्लेखनीय उपलब्धियां अर्जित की हैं। विश्वविद्यालय द्वारा भी महिलाओं को सशक्त बनाकर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने नई शिक्षा नीति का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत सरकार ने शिक्षा और पाठ्यक्रम को और भी मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। शिक्षा को व्यावसायिक दृष्टिकोण से मजबूत करने के लिए नए पाठ्यक्रम विकसित किए हैं। ये पाठ्यक्रम छात्रों को अधिक व्यावसायिक और तकनीकी ज्ञान प्रदान करते हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में उन्नति के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए सरकार द्वारा योजनाबद्ध ढंग से कार्य किया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से प्रतिभागियों को नवीनतम तकनीकों, डिजिटल साक्षरता एवं व्यावसायिक गतिविधियों की जानकारी प्रदान की गई। कुलपति ने कार्यक्रम में प्रतिभागियों को सिलाई मशीन और प्रमाण-पत्र भी वितरित किए। सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉ. बीना यादव ने कार्यक्रम में सभी का स्वागत करते हुए बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में महाविद्यालय की 235 छात्राओं ने कंप्यूटर, हैंडीक्राफ्ट, आत्म सुरक्षा, कौशल विकास, संचार कौशल सहित विभिन्न विषयों पर तथा 12 गांवों की 75 महिलाओं ने कपड़े के बैग बनाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया। छात्र कल्याण निदेशक डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि निदेशालय द्वारा विद्यार्थियों के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। गत चार वर्षों के दौरान विभिन्न विषयों से संबंधित 45 प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए जिनमें 20 प्रशिक्षण विद्यार्थियों के लिए आयोजित किए गए। इन प्रशिक्षणों में 1500 छात्र एवं छात्राओं को प्रशिक्षित किया गया। मंच का संचालन अंजली व पूजा ने किया जबकि धन्यवाद प्रस्ताव प्रियांशु ने किया। महाविद्यालय की छात्राओं को आत्म सुरक्षा के लिए रोहताश कुमार ने प्रशिक्षण दिया। इस अवसर पर सभी महाविद्यालयों के अधिष्ठाता, निदेशक, अधिकारी, शिक्षक, गैर शिक्षक कर्मचारी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
