– सबसे अधिक बेड संख्या में पांच वर्ष की एनएबीएच मान्यता प्राप्त कर हमीदिया अस्पताल ने रचा कीर्तिमान, उप मुख्यमंत्री ने दी बधाई
भोपाल, 22 अगस्त (Udaipur Kiran) । उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने गुरुवार को हमीदिया चिकित्सालय भोपाल को पांच वर्षों के लिए एनएबीएच मान्यता प्राप्त करने पर जीएमसी की डीन डॉ. कविता सिंह, हमीदिया चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. सुनीत टंडन और पूरी टीम को हार्दिक बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि न केवल प्रदेश के लिए गौरव का विषय है, बल्कि राज्य सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने और गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करने की प्रतिबद्धता का प्रमाण भी है।
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि प्रत्येक नागरिक को सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं। हमीदिया चिकित्सालय की यह मान्यता सरकार की उस दिशा में की गई कोशिशों का परिणाम है, जिससे प्रदेश के मरीजों और उनके परिजनों को बेहतर सुविधाएं और संतुष्टि सुनिश्चित की जा सके।
अधीक्षक हमीदिया चिकित्सालय डॉ सुनीत टंडन ने बताया कि हमीदिया चिकित्सालय भोपाल को पांच वर्ष के लिए एनएबीएच मान्यता प्राप्त हुई है। यह उपलब्धि इसलिए भी विशेष है कि हमीदिया चिकित्सालय देश में सबसे अधिक बेड संख्या में एनएबीएच मान्यता करने वाले शासकीय चिकित्सकीय संस्थानों में शीर्ष पर है। हमीदिया चिकित्सालय भोपाल में एक हज़ार 820 बिस्तरों की सुविधा है। भारत के किसी भी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं केंद्रीय स्वास्थ्य संस्थानों जैसे एम्स, पीजीआई जैसे संस्थानों में भी इतनी बिस्तर संख्या पर एनएबीएच की पूर्णकालिक मान्यता (5 वर्ष) नहीं है।
उल्लेखनीय है कि हॉस्पिटल एण्ड हेल्थकेयर प्रोवाइर्ड्स के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड ने 2005 में नेशनल एक्रिडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स एण्ड हेल्थकेयर प्रोवाईडरर्स (एनएबीएच) की स्थापना की थी जो क्वालिटी काउंसिल आफ़ इंडिया का एक घटक बोर्ड है, जिसके अन्तर्गत स्वास्थ्य सेवाओं के मानकों का मूल्यांकन किया जाता है, केन्द्र सरकार के निर्देश पर सरकारी अस्पतालों की सुविधाओं के आधार पर रैंकिंग जारी करने के लिए सर्वे किया जाता है। हमीदिया चिकित्सालय का 1-2 अगस्त को एनएबीएच के दल द्वारा निरीक्षण कर विभिन्न मानकों में परखा गया था। जिसमें उत्कृष्ट सेवाओं के प्रदाय और व्यवस्था पर 2024 से 2028 तक की अवधि के लिए एनएबीएच प्रमाणन किया गया है।
(Udaipur Kiran) तोमर