नई दिल्ली, 17 सितंबर (Udaipur Kiran) । केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के तहत वृक्षारोपण कार्यक्रम के दौरान कहा कि वाहनों से निकलने वाला जीवाश्म ईंधन उत्सर्जन अर्थात धुआं प्रदूषण का एक प्रमुख स्रोत है। यह प्रदूषण हमारे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है और जीवन की प्रत्याशा को कम करता है। ऐसी स्थिति में सभी के लिए स्वस्थ व बेहतर जीवन शैली सुनिश्चित करने के उद्देश्य से प्रदूषण के स्तर को कम करना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने आज उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के दुहाई इंटरचेंज पर वृक्षारोपण के दौरान दुहाई इंटरचेंज के पास बांस और घने वृक्षारोपण वाले दो स्थानों का भी दौरा किया।सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने जारी बयान में यह जानकारी दी।
इस अवसर पर सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के सचिव अनुराग जैन और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष संतोष कुमार यादव ने भी पौधरोपण किया। पर्यावरण को टिकाऊ बनाने का संदेश देते हुए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, एनएचएआई और एनएचआईडीसीएल के विभिन्न क्षेत्रीय कार्यालयों ने भी अपने-अपने कार्यालयों पर वृक्षारोपण अभियान में भाग लिया। कार्यक्रम स्थल पर लगभग 1000 पेड़ लगाए गए।
मंत्रालय के अनुसार, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण टिकाऊ पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चालू वर्ष के दौरान करीब 46 लाख पेड़ लगाए हैं। दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे 53 एकड़ भूमि पर आठ स्थानों पर 4 लाख पेड़ लगाए हैं। इस वर्ष के स्वच्छता पखवाड़े की शुरुआत के अवसर पर एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत राष्ट्रव्यापी वृक्षारोपण अभियान में 30,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने टिकाऊ राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क बनाने की अपनी प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए हरित राजमार्ग (वृक्षारोपण, प्रत्यारोपण, सौंदर्यीकरण व रखरखाव), नीति 2015 के कार्यान्वयन के बाद से राष्ट्रीय राजमार्गों पर लगभग 4 करोड़ पेड़ लगाए हैं और लगभग 70,000 पेड़ों को प्रत्यारोपित किया है।
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(Udaipur Kiran) / बिरंचि सिंह