हिसार, 1 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के अंतर्गत उद्भावना क्लब की ओर से गुजरात स्थित सीएसआर बॉक्स कंपनी के सहयोग से चौधरी रणबीर सिंह सभागार में दो सत्रों में ‘जेनरेटिव एआई’ और ‘पेशेवर उत्कृष्टता के लिए लिंक्डइन’ विषयों पर सेमिनार आयोजित किए। सीएसआर बॉक्स कम्पनी की आईबीएम स्किल्सबिल्ड प्रोजेक्ट की एसोसिएट मैनेजर उजमा उरूज मुख्य वक्ता थी। प्लेसमेंट निदेशक डॉ. प्रताप सिंह ने समारोह की अध्यक्षता की।
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने मंगलवार को आयोजित इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए कौशल-संबंधी प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम उपलब्ध कराने के लिए सीएसआर बॉक्स के साथ सहयोग करने के लिए सेल को बधाई दी। उन्होंने विद्यार्थियों को जेनरेटिव एआई जैसी महत्वपूर्ण तकनीक एवं महत्वपूर्ण पेशेवर प्लेटफॉर्म लिंक्डइन के बारे में जागरूक करने के महत्व पर जोर दिया ताकि विद्यार्थी खुद को आगे बढ़ा सकें और अधिक से अधिक कैरिअर के अवसर प्राप्त कर सकें। कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने सभी छात्रों से आईबीएम स्किल्सबिल्ड प्लेटफॉर्म का अधिकतम उपयोग करने की अपील की।
प्लेसमेंट निदेशक डॉ. प्रताप सिंह ने बताया कि आईबीएम के सीएसआर पार्टनर होने के नाते सीएसआरबॉक्स ने हमारे विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को आईबीएम लर्निंग प्लेटफॉर्म, जिसे ‘आईबीएम स्किल्सबिल्ड प्रोग्राम’ कहा जाता है, के माध्यम से 8000 से अधिक तकनीकी, व्यावसायिक और नौकरी की तैयारी से संबंधित सर्टिफिकेट कोर्स तक निशुल्क पहुंच प्रदान की है।
मुख्य वक्ता उजमा उरूज ने विद्यार्थियों को आईबीएम स्किल्सबिल्ड प्लेटफॉर्म पर पंजीकरण और उसका उपयोग करने की प्रक्रिया के बारे में जागरूक किया। पहले सत्र में ‘जेनरेटिव एआई’ विषय पर बात करते हुए, उन्होंने जेनरेटिव एआई के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जैसे कि चैटजीपीटी, जेमिनी, माइक्रोसॉफ्ट कोपायलट जैसे एआई टूल्स के बारे में जानकारी, राइटिंग प्रॉम्प्ट्स, चैटजीपीटी का उपयोग करके टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो और वीडियो बनाना, मेल लिखना, एक्सेल शीट का विश्लेषण करना आदि।
सहायक निदेशक डॉ. आदित्य वीर सिंह ने बताया कि ओवरऑल प्लेसमेंट समन्वयक भूमिका व संजीव ने दो सत्रों में धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का समन्वयन कार्यक्रम समन्वयक दीपांशु यादव व लविश अग्रवाल ने किया। सत्रों का संचालन लविश व मल्लिका ने किया। कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए विद्यार्थी अनीष, दुर्भय, संजय, नैना, रितु, साहिल और यशव ने स्वयंसेवकों के रूप में काम किया।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर