जींद, 12 नवंबर (Udaipur Kiran) । जिला में धान की कटाई का कार्य जोरों पर है। इस वर्ष पिछले वर्षों की तुलना में धान की हाथ की कटाई के मुकाबले कंबाइन द्वारा अधिक कटाई की जा रही है। जिसके कारण फसल अवशेष जलाने की घटनाएं बढऩे की संभावना है।
मंगलवार को डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने बताया कि हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के 16 अगस्त 2018 के निर्देशानुसार धान कटाई प्रक्रिया के दौरान सभी कंबाइन हार्वेस्टर के साथ सुपर स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम (एसएमएस) संलग्न करना अनिवार्य किया गया है। जिससे धान की पराली को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटने में मदद मिलती है और इससे किसानों को धान की पराली को जलाए बिना अगली फसल की बुवाई करने में सुविधा होती है। डीसी ने अधिकारियों को आदेश दिए हैं कि जिले में सभी कंबाइन हार्वेस्टरों की गहन जांच करे और जो भी कंबाइन हार्वेस्टर बिना सुपर स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम लगाए मशीन को चलाते हुए मिलेगा, उसकी कंबाइन हार्वेस्टर को जब्त करके आगामी कार्यवाई की जाएगी।
(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा