Uttar Pradesh

ऑक्टा के कार्यकारिणी की बैठक में मुद्दों पर हुई चर्चा

ऑक्टा अध्यक्ष

प्रयागराज, 30 अगस्त (Udaipur Kiran) । इलाहाबाद विश्वविद्यालय संघटक महाविद्यालय शिक्षक संघ के कार्यकारिणी की बैठक ऑक्टा अध्यक्ष प्रोफेसर उमेश प्रताप सिंह की अध्यक्षता में इविंग क्रिश्चियन कॉलेज में हुई। बैठक में कार्यकरिणी ने सभी महाविद्यालयों में प्रोन्नत हुए प्रोफेसर को बधाई दी और इस पूरी प्रक्रिया को सम्पन्न करने के लिए इविवि की कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव और डीन कालेज डेवलपमेंट प्रो पंकज कुमार का आभार व्यक्त किया। इस दौरान अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई।

बैठक में सर्वसम्मति से इलाहाबाद विश्वविद्यालय द्वारा संघटक महाविद्यालय में पीजी कक्षाओं के कुछ विषयों में समाप्ति का विरोध किया गया एवं कुलपति से पुनः मांग की गई कि इन्हें पुनः संचालित करने की अनुमति दी जाए। इस संदर्भ में कार्यकारिणी का सर्वसम्मति से मत था कि महाविद्यालयों मे पीजी कोर्सेज बंद नहीं होने चाहिए और उनकी गुणवत्ता में उन्नयन के प्रयास होने चाहिए। विश्वविद्यालय में पीजी पाठ्यक्रम में सीट संख्या सीमित होने से विद्यार्थियों की एक बड़ी संख्या पीजी प्रवेश से वंचित हो जाती थी। कॉलेज में पीजी पाठ्यक्रम के प्रारम्भ होने से विद्यार्थियों के बहुत बड़े वर्ग को पीजी पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने और पढ़ने की सुविधा उपलब्ध हुई। यह एक ऐतिहासिक निर्णय था जिसके परिणामस्वरूप महाविद्यालय के शैक्षिक परिवेश और पर्यावरण में व्यापक गुणात्मक वृद्धि हुई।

कहा गया कि पीजी पाठ्यक्रमों के स्थगन से समाज के बहुत बड़े वर्ग को शैक्षणिक अधिकारों से वंचित होना पड़ेगा। ऑक्टा कार्यकारिणी को प्रत्याशा है कि कुलपति लोकमत के इस महत्वपूर्ण विषय पर गम्भीरता पूर्वक विचार करके पुनः पीजी पाठ्यक्रम को प्रारंभ करने का आदेश निर्गत करेंगी।

आक्टा कार्यकारिणी में कुछ शिक्षकों के पीएचडी इंक्रीमेंट के सही निर्धारण की भी मांग रखी गई। इलाहाबाद विश्वविद्यालय सीजीएचएस के तहत मेडिकल सुविधा की अपर्याप्त और खराब व्यवस्था को भी सुधारने की मांग रखी गई और सभी सदस्यों ने सर्वसम्मत से कहा कि इसके अंतर्गत अस्पतालों, डॉक्टर और डायग्नोस्टिक सेंटर्स को बढ़ाए जाने की आवश्यकता है।

कार्यकारिणी में सर्वसम्मत से यह भी प्रस्ताव पारित किया गया कि सेवानिवृत्त ऐसे प्राध्यापक जो प्रोफेसर पद की योग्यता रखते हैं, उन्हें भी कैश परिनियमावली के अनुसार प्रमोशन प्रदान किया जाए। ऑक्टा ने भारत सरकार से ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने की अपनी मांग की पुनरावृत्ति करते हुए यूपीएस को अपर्याप्त बताया। सरकार से उदारवादी दृष्टि अपनाकर व्यापक शिक्षक हित में ओपीएस को क्रियान्वित करने का अनुरोध किया है। पुरानी पेंशन स्कीम की मांग को लेकर ऑक्टा 12 सितम्बर को पैदल मार्च निकालेगी। बैठक में कोषाध्यक्ष डॉ हरिश्चंद्र यादव ने 2023-24 का एकाउंट और 2024-25 का बजट भी पेश किया।

बैठक में उपाध्यक्ष द्वय प्रोफेसर अंशु माला मिश्रा, डॉ अखिलेश त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष हरिश्चंद्र यादव, संयुक्त सचिव डॉ आशीष मिश्रा, पूर्व अध्यक्ष प्रो सुरेंद्र पाल सिंह, प्रो संघशेन सिंह, प्रो रजत श्रीवास्तव, प्रो आनंद कुमार, प्रो मार्तंड सिंह, प्रो नमिता यादव सहित सभी महाविद्यालयों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर विवेक कुमार निगम ने किया।

(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र

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