
नई दिल्ली, 21 मई (Udaipur Kiran) । देश की सबसे बड़ी, पूर्ण रूप से हरित वित्तपोषित, गैर बैंकिंग वित्त कंपनी (एनबीएफसी), भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (इरेडा) को सार्वजनिक उद्यम विभाग (डीपीई) से ‘उत्कृष्ट’ रेटिंग मिली है। कंपनी ने शीर्ष 4 सीपीएसई में स्थान और पावर एवं एनबीएफसी क्षेत्र में प्रथम स्थान हासिल किया है।
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में बताया कि भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (आईआरईडीए) को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए कंपनी द्वारा हस्ताक्षरित वार्षिक प्रदर्शन समझौता ज्ञापन के लिए सार्वजनिक उद्यम विभाग द्वारा विद्युत और एनबीएफसी क्षेत्र के सीपीएसई के बीच शीर्ष प्रदर्शनकर्ता के रूप में मान्यता दी गई है। वित्त वर्ष 2023-24 के लिए डीपीई द्वारा जारी सूची में 84 सीपीएसई की रेटिंग शामिल है। इसमें इरेडा देश के शीर्ष 4 सीपीएसई में शामिल है, जिसने 98 और उससे अधिक अंक प्राप्त किए हैं। इरेडा को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए लगातार चौथे वर्ष 7 जनवरी 2025 को एमओयू ‘उत्कृष्ट’ रेटिंग प्राप्त हुई। डीपीई द्वारा अब 84 सीपीएसई की समेकित सूची जारी की गई है।
इरेडा के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार दास ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, एनबीएफसी और पावर सेक्टर में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले सीपीएसई के रूप में पहचाने जाने और 98 और उससे अधिक स्कोर के साथ देश के शीर्ष 4 सीपीएसई में शामिल होने पर हमें बेहद खुशी है। यह उपलब्धि भारत के नवीकरणीय ऊर्जा विकास में तेजी लाने के लिए हमारी टीम के सामूहिक समर्पण और रणनीतिक दृष्टिकोण को दर्शाती है। यह रेटिंग ग्रीन फाइनेंसिंग में इरेडा के नेतृत्व और अभिनव और टिकाऊ ऊर्जा समाधानों से राष्ट्र निर्माण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है।
दास ने टीम इरेडा को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई दी और केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्यमंत्री श्रीपद नाईक, मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों और निदेशक मंडल को उनके समर्थन और मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त किया।
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(Udaipur Kiran) / प्रजेश शंकर
