मस्कट, 12 मई (Udaipur Kiran) । ईरान और अमेरिका के बीच परमाणु कार्यक्रम को लेकर ओमान में हुई ताजा वार्ता रविवार को समाप्त हो गई। दोनों देशों के बीच दशकों पुराने परमाणु विवाद को सुलझाने के प्रयासों के तहत ये बातचीत कठिन लेकिन उपयोगी रही। ईरान ने सार्वजनिक रूप से यूरेनियम संवर्धन जारी रखने की प्रतिबद्धता दोहराई है, वहीं अगली वार्ता की तारीख और स्थान मस्कट जल्द घोषित करेगा।
ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बगाई हमाने ने वार्ता के बाद कहा, यह दौर कठिन था लेकिन इससे दोनों पक्ष एक-दूसरे की स्थिति को बेहतर ढंग से समझ सके।
वार्ता की मेजबानी ओमान ने की, जहां दोनों देशों के बीच सीधे और परोक्ष संवाद तीन घंटे से अधिक समय तक चला।
ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अरकची और अमेरिका के मध्य पूर्व विशेष दूत स्टीव विटकॉफ के बीच यह चौथा दौर था। वार्ता के दौरान ओमान ने मध्यस्थ की भूमिका निभाई।
हालांकि, अमेरिका ने सार्वजनिक रूप से कड़ा रुख अपनाते हुए साफ किया है कि वह ईरान के परमाणु कार्यक्रम की पूरी समाप्ति चाहता है। विटकॉफ ने कहा, हमारा रेड लाइन स्पष्ट है- कोई संवर्धन नहीं। यानी परमाणु केंद्रों का पूर्ण रूप से विस्फोट और निरस्त्रीकरण।
अमेरिकी पक्ष ने यह भी कहा कि अगर रविवार की वार्ता फलदायक नहीं रही होती, तो अमेरिका कोई दूसरा रास्ता अपनाने पर विचार करता। लेकिन बैठक के बाद एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने संतोष जताते हुए कहा, आज की बातचीत से हम उत्साहित हैं और निकट भविष्य में अगली बैठक के लिए तैयार हैं।
दोनों देशों ने वार्ता के माध्यम से राजनयिक समाधान की प्रतिबद्धता जताई है, लेकिन नतांज़, फोर्दो और इस्फहान जैसे परमाणु केंद्रों को लेकर मतभेद बने हुए हैं। क्षेत्रीय स्थिरता और संभावित सैन्य कार्रवाई से बचने के लिए आने वाले दौर निर्णायक हो सकते हैं।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
