चित्तौड़गढ़, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट का जिला स्तरीय कार्यक्रम गुरुवार को हुआ। इसमें 8345 करोड़ रुपये के 228 निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, जिससे 18 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। चित्तौड़गढ़ जिले के निवेश को लेकर निवेशकों में खासा उत्साह भी दिखाई दिया। वहीं इस आयोजन के मुख्य अतिथि प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं प्रभारी मंत्री प्रेमचंद बैरवा थे।
बैरवा ने कार्यक्रम को वर्चुअल संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत व सीएम भजनलाल शर्मा की विकसित राजस्थान के संकल्प को पूर्ण करने के लिए सरकार प्रथम दिन से ही कार्य कर रही है। देश-दुनिया के उद्योगों को राजस्थान में आमंत्रित किया जा रहा है। उन्होंने स्वयं भी निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए दक्षिण कोरिया और जापान जाने का अवसर प्राप्त हुआ है। सरकार ने इज़ ऑफ डूइंग बिजनेस के तहत नियमों का सरलीकरण किया है। राइजिंग राजस्थान के तहत प्रदेश के सभी जिलों में ये इन्वेस्टर समिट आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने 200 से अधिक निवेश प्रस्ताव प्राप्त होने पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि निवेशक चित्तौड़गढ़ में उद्योग स्थापित कर जिले के विकास को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे।
समारोह में सांसद सीपी जोशी ने कहा कि पीएम व सीएम दोनों की मंशा है कि देश और प्रदेश में औधोगिक विकास तेजी से हो। राजस्थान में हर क्षेत्र में निवेश की प्रचुर संभावना है। राज्य में भूमि, खनिज, मानव संसाधनों की कोई कमी नहीं है और अगर निवेशकों को सभी आवश्यक सुविधाएं तुरंत मिले तो वे निवेश के माध्यम से आय बढ़ाने, रोजगार उपलब्ध कराने आदि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। उन्होंने कहा कि इस इन्वेस्टमेंट मीट के माध्यम से जो निवेश आएगा वह चित्तौड़गढ़ और राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभानसिंह आक्या ने कहा कि चित्तौड़गढ़ जिले में उद्योगों की बहुत संभावनाएं हैं। यहां सीमेंट, मार्बल, पर्यटन आदि क्षेत्रों में बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों को रोजगार मिलता है। उद्योगों में बेहतर वातावरण बनाने, व्यापारियों की सुरक्षा के लिए सभी को मिल कर प्रयास करने की आवश्यकता है। समारोह को कपासन विधायक अर्जुनलाल जीनगर, जिला प्रभारी सचिव भानु प्रकाश एटरु ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में जिला कलक्टर आलोक रंजन ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि जिले में निवेश का आंकड़ा पिछली बार की तुलना में दोगुना हो गया है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि निवेशक अपने उद्देश्य में सफल हो इसके लिए उनकी समस्याओं को प्राथमिकता से हल किया जाए। जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक राहुलदेव सिंह ने हुए राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट और सरकार की इन्वेस्टमेंट पॉलिसीज की जानकारी दी। पीपीटी के माध्यम से जिले में निवेश की संभावनाओ को प्रस्तुत किया।
8 हजार करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव
कार्यक्रम में 8345 करोड़ रुपये के 228 निवेश प्रस्ताव राजनिवेश व ऑफलाइन माध्यम प्राप्त हुए। इससे 18 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। एग्रो एंड एग्रो प्रोसेसिंग के क्षेत्र में 179.17 करोड़ के 65 प्रस्ताव, पर्यटन में 590. 32 करोड़ के 32 प्रस्ताव, माइंस एंड मिनरल्स में 404. 32 करोड़ के 25 प्रस्ताव, वेयरहाउसिंग में 24.56 करोड़ के 15 प्रस्ताव, सोलर मैन्युफैक्चरिंग में 95 करोड़ के 8 प्रस्ताव, रियल एस्टेट में 119 करोड़ के 5 प्रस्ताव, सीमेंट में 1504.78 करोड़ के 4 प्रस्ताव, स्किल डेवलपमेंट में 44.5 करोड़ के 4 प्रस्ताव, टेक्सटाइल और अपीयरल में 33.38 करोड़ के 4 प्रस्ताव, बायोफ्यूल में 25.9 करोड़ के 3 प्रस्ताव, केमिकल एंड पेट्रोकेमिकल्स में 18 करोड़ के 3 प्रस्ताव, एम सैंड में 2.6 करोड़ के 3 प्रस्ताव, रिन्यूएबल एंड नॉनरिन्यूएबल एनर्जी में 3057.87 करोड़ के 2 प्रस्ताव, सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर में 155 करोड़ के 2 प्रस्ताव, सेरेमिक्स और गिलास में 1100 करोड़ का 1 प्रस्ताव व अन्य क्षेत्रों में 588.64 करोड़ के 20 प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं तथा अभी प्राप्त किया जा रहे हैं।
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(Udaipur Kiran) / अखिल