
मुरादाबाद, 09 जून (Udaipur Kiran) । मुरादाबाद के मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने तीन माह पहले प्रोबेशन विभाग के उपनिदेशक के ऊपर लगे आरोपों की जांच के लिए का आदेश दिया था। लेकिन अब तक जांच शुरू नहीं हुई। मामला ठंडे बस्ते में जाता दिख रहा है। वहीं इस बाबत कमिश्नर ने कहा कि अभी तक जांच शुरू नहीं की गई है तो जांच के लिए गठित टीम के अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
तीन महीने पहले उप निदेशक प्रोबेशन राजेश गुप्ता के द्वारा जिला प्रोबेशन अधिकारी के पद पर रहते हुए सरकारी कार्य के लिए प्रयोग किए गए चार पहिया वाहन के ईंधन का लाखों रुपये फर्जी तरीके से भुगतान करने का आरोप लगा था। इसके अलावा उन पर डिप्टी डायरेक्टर पद पर रहते संप्रेक्षण गृह में 3, महिला शरणालय में 3, किशोर न्याय बोर्ड में एक फर्जी तरीके से नियुक्ति करने का आरोप भी है। जबकि जिला बाल संरक्षण इकाई चयन समिति में जिलाधिकारी समेत छह सदस्यीय कमेटी द्वारा नियुक्ति की प्रक्रिया का नियम है।
मंडलायुक्त ने इन आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की थी। जिसमें अपर आयुक्त द्वितीय शशि भूषण, अपर नगर आयुक्त अजीत सिंह, मुख्य कोषाधिकारी रेनु बौद्ध को कमेटी में शामिल किया गया था। मंडलायुक्त ने जांच कर 15 दिन में रिपोर्ट मांगी थी। लेकिन 3 महीने बाद भी जांच पूरी नहीं हुई।
(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल
